भीषण गर्मी के बीच अगर बिजली की भी कटौती हो तो लोग बिलबिला जाएंगे। वैसे यह समस्या इस साल की नहीं है यह हर साल सामने आती है। लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही परेशान किए हुए है। एक दो नहीं बल्कि पूरे 12 राज्यों में लोग कई दिनों से भयंकर गर्मी और बिजली के सितम से तिलमिला रहे हैं। मान लिया जाए कि गर्मी पर सरकारों का अंकुश नहीं है लेकिन मूलभूत जरूरत मानी जाने वाली बिजली व्यवस्था इस बार पूरी तरह चरमरा गई है। धुआंधार हो रही बिजली कटौती को लेकर सरकार एक बार फिर से कोयले की कमी को दोष दे रही है।
लेकिन गांव की जनता यह सब बातें नहीं समझती है। उसे तो अपने काम चलाने के लिए मार डालने वाली गर्मी में बिजली मिल जाए, लेकिन इन दिनों वह भी उसे नसीब नहीं हो रही है। बता दें कि कोयले की कमी के चलते देश में बिजली संकट गहराता जा रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश, इन 12 राज्यों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।
भारत में पिछले हफ्ते 623 मिलियन यूनिट बिजली की शॉर्टेज हुई है। यह पूरे मार्च महीने में हुई शॉर्टेज से ज्यादा है। थर्मल प्लांट में कोयले की कमी से राज्यों को बिजली संकट का सामना कर रहे है। लगातार बढ़ती गर्मी के चलते बिजली की मांग भी बढ़ती जा रही है, ऐसे में थर्मल प्लांट पर और ज्यादा दबाव पड़ रहा है। इसके अलावा कुछ राज्यों द्वारा कोयला कंपनियों को भुगतान में देरी की वजह से भी कोयला आपूर्ति प्रभावित हुई है। सबसे बुरा हाल ग्रामीण क्षेत्रों में है यहां आठ से 10 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। इसके साथ शहरों में भी 2 से 4 घंटे बिजली गुल की जा रही है। बिजली संकट को लेकर पिछले दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला भी बोला था।
वहीं दूसरी और उत्तराखंड में हो रही बिजली कटौती को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों के साथ मीटिंग कर जल्द ही बिजली के समाधान को हल करने के निर्देश दिए थे। फिलहाल इन राज्यों में यह बिजली संकट कब तक रहेगा कोई नहीं जानता है। लेकिन करोड़ों जनता फिलहाल असहनीय गर्मी के बीच बिजली कटौती का रोना रो रही है।
शंभू नाथ गौतम
UP की कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयाँ तकनीकी कारणों से कई सप्ताह से बंद हैं। जिनमें हरदुआगंज-660 MW, मेजा-660 MW, बारा-660 MW हैं। हरदुआगंज-605 MW भी मौसमी आँधी से छतिग्रस्त रही।
इन्हें ठीक कर महत्तम आपूर्ति के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी हैं।@UPPCLLKO @BJP4UP @myogiadityanath
— A K Sharma (@aksharmaBharat) April 28, 2022