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पुरानी पेंशन बहाली को लेकर गुरुवार को पौड़ी जिले के विभिन्न विभागों के कार्मिकों ने शहर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। पुरानी पेंशन बहाली की एक सूत्रीय मांग को लेकर गुरुवार को कर्मचारियों ने पौड़ी रामलीला मैदान से होते हुए एंजेंसी, माल रोड, बस स्टेशन होते हुए पौड़ी कलक्ट्रेट तक रैली निकाली। यहां कर्मचारियों ने एडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।

ज्ञापन में कर्मचारियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2004 में तो उत्तराखंड सरकार ने 2005 में पुरानी पेंशन बंद कर दी। इसके स्थान पर राष्ट्रीय पेंशन योजना यानी एनपीएस लागू की गई। तब इस योजना को कर्मचारियों के हित में बताया गया। लेकिन इस योजना के परिणाम कर्मचारियों के हित में साकारात्मक नहीं आ रहे है। ऐसे में कर्मचारियों में एनपीएस को लेकर नाराजगी है। कर्मचारियों ने कहा कि जो कार्मिक सेवानिवृत्त हो रहे है उन्हें महज डेढ़ हजार से लेकर दो हजार ही पेंशन मिल पा रही है। कहा कि पुरानी पेंशन को बहाल करने को लेकर कर्मचारी पिछले लेंबे समय से आंदोलनरत है लेकिन उनकी इस मांग पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। सरकार महज आश्वासन दे रही है। जिसके कारण कर्मचारियों को आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ा है।

पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन के अध्यक्ष अनूप जदली ने कहा कि नई पेंशन योजना यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) कर्मचारियों के लिए एक छलावा मात्र है उन्हें पुरानी पेंशन योजना (ओ पी एस )के अलावा कोई पेंशन योजना मंजूर नहीं है। आंदोलन के मुख्य संयोजक डॉ महावीर बिष्ट ने कहा कि अगर नई पेंशन योजना यू पी एस  इतनी ही अच्छी है तो सांसद व विधायक गण पहले इस योजना को अपने पर लागू क्यों नहीं करते। ब्लॉक  मंत्री राजकीय शिक्षक संघ ब्लॉक दुगड्डा संजय रावत ने कहा कि नौ वर्षों के संघर्ष के बाद हम एन पी एस से यू पी एस तक पहुंचे है और हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा ज़ब तक हम ओ पी एस को प्राप्त नहीं कर लेंगे।

रैली के पश्चात कर्मचारियों की बैठक में प्रदेश महासचिव सीता राम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक बार कर्मचारी अपने हक की लड़ाई के लिए संघर्षरत हो गए हैं। लोकसभा चुनाव से पूर्व जहां कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सरकार चुनाव से पहले कुछ ना कुछ उनके हित में फैसला लेगी लेकिन उसके द्वारा इस महत्वपूर्ण मुद्दे को नजरअंदाज कर दिया गया। कर्मचारी पुरानी जीएफ आधारित पेंशन से कम पर मानने को तैयार नहीं प्रदेश अध्यक्ष जयदीप रावत ने बताया कि यदि हमें पुरानी पेंशन को पाना है तो एकजुटता से एक मंच पर आकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। कम से कम प्रदेश स्तर पर हमें संयुक्त मोर्चा बनाकर लड़ाई लड़नी होगी। प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा लगातार सभी कार्मिक संगठनों एवं पुरानी पेंशन के लिए लड़ रहे संगठनों को एक करने का प्रयास किया गया लेकिन इसमें अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। हमारा प्रयास जारी रहेगा। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए संयुक्त मोर्चा कार्यक्रम के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाएगा। जिसका ऐलान शीघ्र ही किया जाएगा।

प्रदर्शन करने वालो में जिलाध्यक्ष अनूप जदली, जिला उपाध्यक्ष आरपी कोली, डॉ महावीर बिष्ट, अजय बिष्ट, रोशनलाल गौड़, करण सिंह नेगी, अनिल कोटनाला, बिजेंद्र बिष्ट, संजय रावत, विजय नौडियाल, भारत बिष्ट, कृष्ण बलभ मामगाई, देवेंद्र फरस्वाँण, नरेन्द्र कनपुड़िया, महेश चंद्र शाह, दीपक नेगी, भवान सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह, रनीता प्रसाद , अरविन्द, सतेंद्र रावत, देंवेंद्र सिंह, श्वेता रावत, मंजू आर्य आदि शामिल रहे।