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कल्जीखाल : कल्जीखाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत धौड़ा में चंडीगढ़ से लौटा परिवार एक दिन बाद ही क्वारंटाइन स्थल को छोड़कर गाँव के बीचों-बीच स्थित अपने घर पहुँच गया। जिसके बाद गाँव के लोगों में दहशत के साथ-साथ सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ रोष भी है। हालाँकि जिस तरह से गाँव से दूर जंगल में बने कवारंटाइन सेंटरों में सांप, बिच्छू निकलने,बाघ आने की घटनाएँ सामने आ रही हैं, ऐसे में अपनी जान की सुरक्षा के लिए कवारंटाइन सेंटरों को छोड़कर जा रहे प्रवासियों को ही दोषी मान लेना भी उचित नहीं होगा।

इस सम्बन्ध में जब ग्राम धौड़ा की ग्राम प्रधान कुमारी नीलम जो कि कल्जीखाल ब्लॉक की सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान हैं से पूछा गया तो उनका कहना है कि वे कोरोना काल में गाँव लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटाइन करवांने में अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है, परन्तु उन्हें अन्य सम्बंधित कर्मचारियों सहायक नोडल अधिकारी, आगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा कार्यकत्री एवं स्वास्थ्य कर्मी किसी का सहयोग नही मिल रहा है।

जानकारी के मुताबिक बीते 15 जुलाई को एक परिवार के 2 लोग चंडीगड़ से गांव आए उन्हें ग्राम प्रधान ने सारी सुविधा उपलब्ध कराकर नजदीकी प्राथमिक विद्यालय दौड़ा में क्वारंटाइन करवाया। लेकिन वे लोग अगले ही दिन (16 जुलाई को) बिना बताए क्वारंटाइन स्थल को छोड़कर गांव के बीचों बीच स्थित अपने घर आ गए। जिसके बाद गांव वाले भड़क गए और प्रधान पर उनके खिलाफ उचित कार्यवाही के लिए दबाव बनाने लगे। उधर क्वारंटाइन में रहने वाले बीना देवी ने बताया विद्यालय में विद्युत व्यवस्था नही थी और गाँव से दूर एकांत स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर में अँधेरे में डर की वजह से हमें घर आना पड़ा। इस पर ग्राम प्रधान कुमारी नीलम ने कहा विद्यालय में विधुतीकरण नही है। लेकिन फिर भी मैंने 900 मीटर तार की व्यवस्था कर विद्याय में बिजली उपलब्ध करायी गई है। लेकिन लंबी दूरी के कारण कल ही विद्युत सेवा बाधित हो गयी। इस सम्बन्ध में कल ही लाइनमैन को ठीक करने को कहा था। उन्होने कहा उन्हें प्रवासियों को क्वारंटाइन करवाने में किसी भी सम्बंधित कर्मचारियों का सहयोग नही मिल रहा है। सब अपनी-अपनी व्यक्तिगत मजबूरी बताकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है।

बतादें कि हाल ही में ग्राम प्रधान/नोडल अधिकारियों की लापरवाही के चलते कल्जीखाल ब्लॉक के ही बिष्ट बुंगा में चार कोरोना पॉजिटिव मामला आने से हड़कंप मच गया था। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी लोग अपनी ड्यूटी के प्रति गम्भीर नही इस सम्बंध में प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद रावत ने एसडीएम सादर से कुमारी नीलम प्रधान के सहयोग एवं लापरवाह कर्मियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है।

हालाँकि जिस तरह से कवारंटाइन सेंटरों में सांप, बिच्छू निकलने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। ऐसे में कवारंटाइन सेंटरों को छोड़कर जा रहे प्रवासियों को ही दोषी मान लेना भी उचित नहीं होगा, इसमें शासन/प्रशासन की बड़ी खामियां सामने आ रही हैं।

जगमोहन डांगी

कवारंटाइन सेंटर, प्राथमिक विद्यालय क्लजीखाल में कमरे में घुसा सांप

उधर आज आदर्श प्राथमिक विद्यालय क्लजीखाल में बने कवारंटाइन सेंटर में दिन दहाड़े ही सांप घुस गया। वहाँ  बनियागांव के जानकी प्रसाद अपनी माता जी को लेने गांव आए थे, और कुछ देर विद्यालय में जल पान आदि के लिए ठहरे थे। बड़ी मशक्कत के बाद सांप को स्कूल के कमरे से बाहर भगाया गया। देखें वीडियो में ..

कवारंटाइन सेंटर, प्राथमिक विद्यालय क्लजीखाल में कमरे में घुसा सांप

Posted by Devbhoomisamvad on Thursday, 16 July 2020