coronavirus

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना को महामारी घोषित किये जाने के 24 घंटे के अंदर ही कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आ गया है। रविवार को देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान (FRI) के 26 वर्षीय प्रशिक्षु आईएफएस में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। विदेश से ट्रेनिंग लेकर देहरादून लौटे आईएफएस अधिकारी में कोरोना की पुष्टि हुई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की लैब में अफसर के खून के सैंपल की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी स्थिति नियंत्रण में है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के प्रशिक्षु अफसरों का 62 सदस्यीय दल हाल ही में फिनलैंड, स्पेन और रूस के दौरे से लौटा था। देहरादून वापसी के बाद कुछ सदस्यों में संदिग्ध कोरोना के लक्षण पाए गए। इनमें दो आईएफएस अफसरों के खून सैंपल शनिवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए आए थे। रविवार को जांच में एक आईएफएस अफसर के सैंपल में कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार को तीन संदिग्ध मरीजों के कोरोना सैंपल जांच को आए थे। इसमें दो देहरादून, जबकि एक सैंपल हल्द्वानी के मरीज का था। देहरादून का एक सैंपल कोरोना पॉजीटिव आया है। संभवत: उत्तराखंड में यह पहला सैंपल है, जिसमें कोरोना की पुष्टि हुई है।

इसके चलते वन अनुसंधान संस्थान(एफआरआई) में आम जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वन अनुसंधान संस्थान के निदेशक अरुण सिंह रावत ने बताया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान एफआरआई परिसर में है। इसके चलते एहतियातन आम लोगों की आवाजाही यहां बंद कर दी गई है।

भारत में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 107 हो गई है। जबकि पूरी दुनिया में एक लाख 62 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीँ पांच हजार से अधिक लोगों की मौत इस बीमारी के संक्रमण से हो चुकी है।