श्रीनगर गढ़वाल : उत्तराखंड में गढ़वाल से लेकर कुमाऊँ तक ज्यादातर जंगल इन दिनों आग से धधक रहे हैं। आग से करोड़ों की वन संपदा तो बर्बाद हो ही रही है साथ ही लाखों वन्य जीव जंतु भी इस आग की भेंट चढ़ चुके हैं। ऐसा नहीं है कि उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनायें पहली बार हो रही हैं, बल्कि हर साल गर्मियों का सीजन शुरू होते ही यहाँ आग लगने की घटनायें घटने लगती हैं। बावजूद इसके शासन/प्रशासन द्वारा आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए अब तक कोई ठोस उपाय नहीं किये गए हैं।
बीते दो दिनों से कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट, देवली और सिलाखाल के जंगलों में लगी भीषण आग आज गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के चौरास स्थित आवासीय परिसर तक पहुँच गई है। कुलपति आवास व टीचर्स कॉलोनी के आसपास आग पहुँचने के बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग की टीम आग पर काबू पाने में जुट गई है। तेज हवाओं के बीच तेजी से फैल रही जंगल की आग से स्थानीय लोगों में दहशत बनी हुई है।