पौड़ी : जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संगठन जनपद पौड़ी के विकासखंड कल्जीखाल में आयोजित शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी के त्रैवार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ सीडीएस स्व, बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और सभी जांबाज जवानों को श्रधांजलि के साथ किया गया। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी इद्रीश अहमद, खण्ड विकास अधिकारी हरेन्द्र कोहली, भगत भण्डारी, मुकेश काला, प्रेमप्रकाश कुकरेती, अनिल भट्ठ, विपिन भट्ट एवं सदन में मौजूद सभी शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी गई। कल्जीखाल ब्लाक द्वारा मुख्य अतिथि हरेन्द्र कोहली और खण्ड शिक्षा अधिकारी इद्रीश अहमद को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इसके उपरांत जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संगठन जनपद पौड़ी के विकासखंड कल्जीखाल की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष पद पर अनिल भट्ट, मंत्री पद पर विपिन भट्ट कोषाध्यक्ष पद पर नवीन को दोबारा निर्विरोध चुना गया। इसके अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष भारत सिंह असवाल, वरिष्ठ संयुक्त मंत्री शब्बीर अहमद भी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। चुनाव पर्यवेक्षक पदमेन्द्र लिंगवाल और चन्द्रमेहन बिष्ट द्वारा निर्वाचन सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया। इस मौके पर जिला प्रवक्ता बिजेन्द्र भट्ट का विशेष आभार व्यक्त किया गया। निर्वाचित कार्यकारिणी को बधाई और शुभकामनायें।
शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी में सभी वक्ताओं द्वारा शिक्षा के सर्वांगीण विकास में नवाचार एवं डिजिटल शिक्षा को शामिल करने पर विशेष चर्चा, शिक्षा के विकास हेतु छात्र, शिक्षक और आभिभावक के बीच समन्वय, एससीईआरटी, डायट और विभागीय कार्यक्रमों में तालमेल पर चर्चा की गई। इसके अलावा वक्ताओं ने जूनियर हाईस्कूलों में घटती छात्र संख्या का मुख्य कारण विषय अध्यापक की कमी होना बताया। स्कूलों में विभिन्न विषयों में जिसमें विज्ञान गणित और अंग्रेजी के पदों पर शिक्षकों की कमी को शिक्षा के स्तर में गिरावट का मुख्य कारण माना गया। प्रान्तीय निर्वतमान सयुंक्त मंत्री भगत सिंह भन्डारी, जिला मंत्री मुकेश काला, उपाध्यक्ष पदमेन्द्र लिंगवाल, ब्लॉक अध्यक्ष खिर्सू चन्द्रमोहन सिंह बिष्ट, हरेन्द्र बिष्ट, मंगल सिंह, सैलानी जी महेशानन्द, उषा रावत, शोमा चन्दोला, रागिनी शैली, प्रेमप्रकाश कुकरेती, बलाक मंत्री पौडी, जिला लेखाकार सेन्द्र बिष्ट, रजनीश अणथ्वाल, महेशानन्द धस्माना, नवीन नेगी, तोताराम अणथ्वाल आदि मौजूद थे। गोष्ठी का संचालन अनिल भट्ट और विपिन भट्ट द्वारा किया गया।