इस बार देवभूमि की सियासत में कई मिथक टूट रहे हैं और इतिहास भी बन रहे हैं। चर्चा करेंगे विधानसभा चुनाव से। इस बार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में लगातार दोबारा वापसी की। राज्य के गठन के बाद यह पहला मौका है जब किसी पार्टी ने लगातार सरकार बनाई हो। इसके साथ पुष्कर सिंह धामी ने दोबारा उत्तराखंड की सत्ता संभाली। भाजपा ने यह मिथक भी तोड़ दिया। वहीं शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में आयोजित न कर देहरादून के परेड ग्राउंड में हुआ। राज्य में पहली बार जब मुख्यमंत्री के शपथ समारोह मैदान में आयोजित किया गया।
इसी के साथ उत्तराखंड ने शनिवार को एक और इतिहास रच दिया। प्रदेश में पहली बार कोई महिला विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित हुईं हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु भूषण खंडूड़ी की। ऋतु विधानसभा अध्यक्ष के पद पर आसीन हो गई हैं। हालांकि ऋतु का नाम मुख्यमंत्री बनने की रेस में चर्चा में आया था। लेकिन भाजपा हाईकमान ने पुष्कर सिंह धामी पर दोबारा भरोसा जताया और उन्हें सत्ता की कमान सौंप दी। सदन के वरिष्ठ विधायकों ने ऋतु खंडूड़ी भूषण को पदभार कराया ग्रहण। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी सदन में मौजूद रहे। नव निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने निर्विरोध चुने जाने पर सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ऋतु खंडूड़ी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष चुने जाने पर मैं उन्हें बधाई देता हूं ।
इससे पहले राज्य में पांच स्पीकर रह चुके हैं वह छठी स्पीकर होंगी। इस बार कोटद्वार विधानसभा से चुनाव जीतकर ऋतु विधानसभा पहुंची हैं, जबकि 2017 में वह यमकेश्वर से चुनाव जीती थीं। कोटद्वार विधानसभा सीट से 2012 विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री रहते हुए भुवन चंद्र खंडूड़ी को हार का सामना करना पड़ा था, उसी कोटद्वार सीट पर उनकी बेटी ऋतु खंडूड़ी ने जीत दर्ज कर पिता की हार का बदला लिया है। कोटद्वार विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी ऋतु खंडूड़ी ने कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह नेगी को वोटों से हराया है। उनके पिता बीसी खंडूड़ी भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं, हालांकि अब वह सक्रिय राजनीति में नहीं हैं। 56 वर्षीय ऋतु ने 1986 में मेरठ यूनिवर्सिटी से बीए ऑनर्स की शिक्षा पूरी की है ।
उत्तराखंड विधानसभा में ऋतु भूषण खंडूड़ी छठी स्पीकर होंगी
बता दें कि उत्तराखंड में ऋतु से पहले पांच विधानसभा स्पीकर रह चुके हैं। पहले स्पीकर प्रकाश पंत थे और पहले चुनाव के बाद यशपाल आर्य स्पीकर बने थे। उनके बाद हरबंस कपूर, गोविंद सिंह कुंजवाल और प्रेमचंद अग्रवाल उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रहे। इनमें से अग्रवाल इस बार पुष्कर धामी कैबिनेट में मंत्री बने हैं। गुरुवार को उत्तराखंड राज्य की पांचवीं विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष पद पर ऋतु खंडूरी भूषण ने नामांकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, कैबिनेट मंत्रियों में प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य सहित कई विधायक मौजूद थे। ऋतु खंडूरी के पति राजेश भूषण बेंजवाल बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और केंद्र सरकार में स्वास्थ्य सचिव के पद पर तैनात हैं।
ऋतु खंडूड़ी के उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष बनने की खुशी में चमोली जनपद के पोखरी विकासखंड स्थित खाल गांव में भी जश्न का माहौल है। वहीं दूसरी ओर ऋतु ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि उत्तराखंड राज्य में महिलाओं का सम्मान करते हुए विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए उन्हें प्रत्याशी बनाया गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद वह प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं एवं आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करेंगी।
शंभू नाथ गौतम