पिछले काफी समय से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और डोईवाला से विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत सक्रिय राजनीति से दूर चल रहे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के मन में सवाल उठ रहे थे कि क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत इस बार चुनाव लड़ेंगे या नहीं? आखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को चुनाव लड़ने के सवाल पर अपने मन की बात बता दी।
बता दें कि इस बार त्रिवेंद्र सिंह रावत विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा कि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश को युवा नेतृत्व मिला है। राज्य में अब नेतृत्व परिवर्तन हुआ है और ऐसी परिस्थिति में मुझे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं। इसके अलावा मैंने झारखंड प्रभारी, उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2014 में सह प्रभारी की जिम्मेदारी निभाई। मैंने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई चुनाव अभियानों में काम किया है।
बता दें कि पिछली बार मौजूदा समय में त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून के पास दो ही वाला विधानसभा सीट से विधायक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने यह चिट्ठी उस समय लिखी है जब भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करने जा रही है। 2017 में उत्तराखंड में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद पार्टी हाईकमान ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को राज्य की सत्ता सौंपी थी। लेकिन पिछले साल अचानक उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी गई थी। तब से ही वह सक्रिय राजनीति से धीरे-धीरे दूर होते चले गए। वैसे यह भी चर्चा है कि उन्हें भाजपा हाईकमान कोई बड़ा पद भी दे सकती है।
शंभू नाथ गौतम