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गंगोत्री: उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध चार धामों में से एक गंगोत्री धाम के कपाट आज (सोमवार) 11.40 मिनट पर पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। उसके बाद ठीक 11.55 बजे ढोल नगाड़े, आर्मी बैंड की धुन और माँ के जयकारों के साथ माँ गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन पड़ाव के लिए मुखीमठ (मुखवा) रवाना हो गई। इसके बाद अब आगामी छह माह तक देश-विदेश के श्रद्धालु माँ गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में उनके दर्शन एवं पूजा अर्चना कर सकेंगे।gangotree-dham

सोमवार को अन्नकूट पर्व के शुभ मुहूर्त पर गंगोत्री धाम में सुबह 8.30 बजे मां गंगा के मुकुट को उतारा गया। इस बीच श्रद्धालुओं ने मां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन किए। इसके बाद अमृत बेला, स्वाती नक्षत्र, प्रीतियोग शुभलग्न पर ठीक 11.40 पर कपाट बंद किए गए। वहीँ भैयादूज के शुभ अवसर पर मंगलवार 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। जबकि आगामी 17 नवम्बर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। इसके साथ ही शीतकाल तक के लिए चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा। अब आगामी छह माह तक माँ गंगा की शीतकालीन पूजा मुखीमठ (मुखवा) में होगी।