Gangs arrested sent to foreign countries by making fake army documents

देहरादून: स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड तथा आर्मी इंटेलिजेंस ने संयुक्त कार्रवाई कर फर्जी तरीके से सेना के दस्तावेज बनाकर विदेशों में नौकरी दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। राजधानी देहरादून में बुधवार देर रात चली संयुक्त कार्रवाई में सेना के फर्जी दस्तावेज बनाकर युवकों को दुबई, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व इराक भेजने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों के सैन्यकर्मी होने का फर्जी कार्ड बनाते थे। इस मामले में एसटीएफ ने पूर्व सैन्यकर्मी (पूर्व प्रधान) समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि देहरादून में कुछ लोग सेना से संबंधित दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर लोगों को विदेश भेज रहे हैं। उन्हें फर्जी तरीके से नौकरियां दिलवा कर अवैध रूप से धन अर्जित कर धोखाधड़ी कर रहे हैं। जिसके बाद प्रभारी एसटीएफ द्वारा निरीक्षक सन्दीप नेगी के नेतृत्व में उप निरीक्षक यादवेन्द्र बाजवा एवं आर्मी इंटेलिजेंस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। इसीक्रम में सूचना प्राप्त हुई थी कि विक्की थापा नाम का व्यक्ति जो दूधली रोड मोथरावाला में रहता है, सेना के फर्जी दस्तावेज बनवाकर विदेश जाने की तैयारी कर रहा है। सूचना के आधार पर बुधवार देर रात एसटीएफ एवं आर्मी इंटेलिजेंस की संयुक्त टीम द्वारा दूधलीरोड, मोथरोवाला स्थित इन्द्रपुरी फार्म के पास से एक व्यक्ति को पकड़ कर उससे पूछताछ की गई। गिरफ्तार किये गये विक्की थापा की तालाशी ली गई तो उसकी जैकेट की जेब से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज बरामद हुए।

विक्की थापा ने बताया कि जोहड़ी में रघुवीर सिंह नाम का एक व्यक्ति है जो इसी प्रकार से सेना के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को विदेश भिजवाने का काम करता है तथा इसके एवज में लोगों से भारी धन वसूलता है। इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा थाना राजपुर क्षेत्र के जोहड़ी गांव में रघुवीर सिंह से पूछताछ की गई। उसके घर से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज, 20 मुहरें व 90 सेना की पुस्तिका, जिनमें से 44 पुस्तक भरी हुई थी, बरामद की गईं।

रघुवीर सिंह ने बताया कि यह दस्तावेज भैरवदत्त कोटनाला की बंजारावाला स्थित प्रिन्टिंग प्रेस से तैयार कराये जाते हैं। रघुवीर सिंह द्वारा बताई गई सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा भैरवदत्त के घर पर जाकर उससे प्रिन्टिंग प्रेस के बारे में पूछताछ की गई एवं प्रिन्टिंग प्रेस के कम्पूयटर की जांच की गई। जांच में सेना के फर्जी दस्तावेज की प्रिंटिंग होने की पुष्टि हुई। वहां से कई सेना की पुस्तकें भी बरामद हुईं। जिसके बाद विक्की, रघुवीर सिंह और भैरवदत्त के खिलाफ राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार किया है। तीनों को राजपुर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पूछताछ में पता चला कि अब तक सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लगभग 100 से अधिक लोगों को विदेश भेजा जा चुका है। इन व्यक्तियों का किसी राष्ट्रविरोधी व आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के बारे में भी जांच की जा रही है।