श्रीनगर: श्रीनगर गढ़वाल के गढ़वाली लेखक, कवि एवं शिक्षक संदीप रावत को गढवाली साहित्य एंव लोक संस्कृति में उल्लेखनीय कार्य करने एंव नई पीढी को अपनी मातृभाषा व लोक संस्कृति से जोडने हेतु कोलंबिया पेसेफिक वर्चुअल विश्वविद्यालय, मथुरा उत्तर प्रदेश द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।

शिक्षक संदीप रावत को मानद यह उपाधि कोलंबिया पेसेफिक वर्चुअल विश्वविद्यालय द्वारा मथुरा में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेष की राज्य मंत्री मंजू दिलेर व विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा रश्मि शर्मा द्वारा प्रदान की गई।

राजकीय इंटर कॉलेज भल्लेगांव में रसायन विज्ञानं प्रवक्ता के रूप में कार्यरत शिक्षक संदीप रावत शिक्षण कार्य के साथ-साथ विगत कई वर्षों से गढ़वाली भाषा एवं गढ़वाली साहित्य के लिए कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही वे आखर ट्रस्ट के माध्यम से नई पीढ़ी को भी गढ़वाली भाषा और लोक संस्कृति से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में उन्हें गढ़वाली लेखन में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए चन्द्र कुँवर बर्त्वाल साहित्य सेवाश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।

शिक्षक संदीप रावत अब तक 6 गढ़वाली पुस्तकें लिख चुके हैं। इसके अलावा सैकड़ों गढ़वाली आलेख लिख चुके हैं। उनकी पुस्तकें ‘एक लपाग’– गढ़वाली कविता- गीत संग्रह, ‘गढ़वाळि भाषा अर साहित्य कि जात्रा,– संदर्भ/शोधपरक गढ़वाली संग्रह, ‘लोक का बाना’ गढ़वाली आलेख संग्रह एवं ‘उदरोळ’-गढ़वाली कथा संग्रह हैं।

शिक्षक संदीप रावत के मानद उपाधि से सम्मानित होने पर राजकीय इंटर कॉलेज भल्लेगांव के शिक्षकों ने खुशी व्यक्त की।