शिक्षा में बालकों के साथ-साथ बालिकाओं को भी समान रूप से अवसर मिलना चाहिए. उन्हें टेक्नोलॉजी का पूरा ज्ञान मिलना बहुत आवश्यक है. यह विचार राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल के प्रधानाचार्य राजीव लोचन सिंह ने विद्यालय में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निर्मित कंप्यूटर लैब के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए.

प्रधानाचार्य ने कहा कि उनका प्रयास है कि बालिकाओं को सुरक्षा के लिए जहां जूडो कराटे सिखाने की आवश्यकता है. वही टेक्नोलॉजी के इस युग में उन्हें कंप्यूटर में दक्ष बनाना भी बहुत आवश्यक है. उसके लिए वह हर संभव प्रयास संस्थाओं की मदद लेकर कर रहे हैं.

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रोटरी क्लब दिवास की स्थानीय अध्यक्ष श्रीमती यामिनी कौशल ने कहा कि जो बालिकाएं हैं, उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहती हैं परंतु पारिवारिक मजबूरी आर्थिक तंगी की वजह से नहीं कर पाती हैं उनको खड़ा करना उनकी संस्था का प्रमुख उद्देश्य है और वे उसके लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय को दो कंप्यूटर प्रदान करते हुए कंप्यूटर लैब का शुभारंभ किया.

रोटरी क्लब के भावी अध्यक्ष राजीव गर्ग ने कहा कि सरस्वती के इन मंदिरों में विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी जो आधुनिक शिक्षा की रीढ़ हैं उनके लिए संसाधन होने परम आवश्यक है और इसके लिए वे आगे भी सहायता करेंगे.

कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत प्रवक्ता डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि बालक की शिक्षा से एक पक्ष लाभान्वित होता है जबकि बालिका की शिक्षा से दोनों पक्ष मायका और ससुराल लाभान्वित होते हैं. इसलिए बालक और से भी अधिक बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है. उन्होंने प्राचीन काल में अपाला  गार्गी जैसी महिलाओं का उदाहरण देते हुए इसे भारतीय संस्कृति की विशालता और महानता बताया कि यहां प्राचीन काल से ही बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया.

इस अवसर पर रोटरी क्लब दिवासकी सचिव रेखा गर्ग कोषाध्यक्ष डॉ निवेदिता श्रीवास्तव रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ रवि कौशल बीना सिंह शुभांगी कौशल शिवानी गर्ग गीता मेहरा श्रीमती पूनम माधवी गुप्ता डॉ संजय ध्यानी दिवाकर नैथानी हरेंद्र राणा आदि उपस्थित थे.