new campus of State University at Naikhuri

देहरादून : देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के 18 इंटर कालजों से पासआउट होने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्थानीय विधायक विनोद कंडारी ने बड़ी सौगात दी है। शासन ने श्रीदेव सुमन राज्य विश्वविद्यालय का नैखुरी में नया कैंपस खोले जाने का जीओ जारी कर दिया है। अब छात्र-छात्राओं को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कैंपस खोले जाने से पीएचडी के साथ ही अन्य कई तरह की सुविधायें मिलेंगी।

देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनोद कंडारी ने बुधवार को विधायक हॉस्टल स्थित अपने कार्यलय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी है। विधायक कंडारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी घोषणाओं को लेकर हमेशा गंभीर रहे हैं और उन्होंने अभी तक जो भी घोषणायें की उनको प्राथमिकता के आधार पर पूरा भी कराया है। विधायक ने कहा कि वह नैखुरी डिग्री कालेज को श्रीदेव सुमन राज्य विश्वविद्यालय का कैंपस बनाने का पिछले काफी समय से प्रयास कर रहे थे। इस संबंध में उन्होंने जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कहा तो उन्होंने बहुत ही गंभीरता से यह विषय लिया और जनहित को ध्यान में रखते हुए चार माह पूर्व टिहरी में आयोजित एक कार्यक्रम में देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में नैखुरी डिग्री कॉलेज को श्रीदेव सुमन राज्य विश्वविद्यालय का कैंपस कॉलेज बनाने की घोषणा की और उस घोषणा पर तेजी से कार्य कराने के बाद शासन से आज जिओ जारी करवा दिया है।

देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवप्रयाग के साथ ही समूचे राज्य के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है कि 4 महीने में मुख्यमंत्री की घोषणा पूरी हो गई है और नैखुरी डिग्री कॉलेज को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय का तीसरा कैंपस बनाया गया है।  इससे पहले के श्रीदेव सुमन राज्य विश्विद्यालय के गोपेश्वर और ऋषिकेश में कॉलेज कैंपस मौजूद हैं।

विधायक ने  कहा कि देवप्रयाग में अब नया कैंपस खुलने से मां चंद्रबदनी क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी साथ ही  नैखुरी डिग्री कॉलेज इस क्षेत्र में एक नया आर्थिक इको सिस्टम बनकर भी उभरेगा। उन्होंने बताया कि देवप्रयाग मुख्य बाजार से मात्र 25 किलोमीटर के दायर में नैखुरी डिग्री कॉलेज कैंपस स्थित है। कैंपस से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर मां चंद्रबदनी का मंदिर है। इसके अलावा बादशाह थौल से दूरी 40 किलोमीटर और यहां पंहुचने के लिए देवप्रयाग, लछमौली, बागवान, टकोली, भांसों, टकोली कीर्तीनगर से संपर्क मार्ग हैं। उन्होंने बताया कि कैंपस परिसर के 15 किलोमीटर के दायरे में  पौड़ीखाल, रौडधार, जामणीखाल, हिंडोलाखाल, पलेठी,  बनगढ, दुरोगी, रौंसूलीधार, बग्डवालधार, हिंसराखाल, महड़जाली, पलेठी डोबिल्यालोेंकी, चंद्रबंदनी पब्लिक इंटर कालेज हैं जहां पर सैकड़ों छात्र-छात्रायें इंटरमीडिएट तक की पढाई करते हैं।

विधायक ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर में एडमिशन लेने के लिए छात्रों की मेरिट लिस्ट काफी ऊपर जाती है जिस कारण कई स्थानीय छात्रों को वहां पर दाखिला लेने से वंचित होना पड़ता है। लेकिन अब छात्रों के पास नैखुरी में श्री देव सुमन विश्वविद्यालय एडमिशन लेने का भी विकल्प मौजूद रहेगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय के रवैये  को लेकर  भी छात्रों की चिंताएं बढ़ी हुई थी। ऐसे में राज्य विश्वविद्यालय द्वारा अपने नए कैंपस खोले जाने को लेकर स्थानीय छात्रों को बड़ी राहत मिली है।