जरुरी नहीं है कि शहरों में रह कर ही कुछ बड़ा किया जा सकता है। अपनी मेहनत और लगन से इंसान दुनिया के किसी भी कोने में शोहरत हासिल कर सकता है। इंसान अगर ठान ले तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। कोरोना संकट के निराशा भरे माहौल में एक अच्छी खबर है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत (ताड़ीखेत) के ग्राम बिल्लेख निवासी किसान गोपाल उप्रेती शहरों को छोड़कर पहाड़ लौटे और जैविक खेती को अपनाया। गोपाल उप्रेती ने अपने गाँव में सेब के बाग लगाए, फल सब्जियों का उत्पादन शुरू किया। उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। हाल ही उन्होंने जैविक धनिया का 7 फ़ीट ऊंचा पौधा उगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया। इससे पहले सबसे ऊँचा धनिया का पौधा 5 फीट 11 इंच का बताया गया है।
गोपाल आसपास के युवाओं को भी बागवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि पर पूरे उत्तराखंड को गर्व है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रानीखेत निवासी गोपाल उप्रेती को उनकी इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी है। भारत सरकार में कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा गोपाल उप्रेती को खेती किसानी के लिए सम्मान पत्र दिया जा चुका है।
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