बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सचिव का औचक निरीक्षण, मरीज सहायता एवं जन संपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया
श्रीनगर: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने शुक्रवार को बेस चिकित्सालय श्रीनगर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और सुलभ बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
चिकित्सा सचिव ने बेस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, एमआरआई, सीटी स्कैन यूनिट, कैथ लैब समेत विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। इमरजेंसी में निरीक्षण के दौरान भर्ती एक बालक के संदर्भ में उन्होंने डॉक्टरों से पूरी चेकअप की जानकारी ली और बच्चे का स्वास्थ्य सुविधा का पूरा ध्यान रखे जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बेस चिकित्सालय में स्थापित कैथ लैब को शीघ्र चालू करने के प्रयास जारी हैं, और इसके लिए विशेषज्ञ कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती पर सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीज सहायता एवं जन संपर्क कार्यालय का उद्घाटन भी किया। कहा कि यह कार्यालय मरीजों की सुविधा और मार्गदर्शन के लिए उपयोगी साबित होगा। इसके साथ ही उन्होंने मनोरोग विभाग द्वारा वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के अवसर पर आयोजित जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चिकित्सा सचिव ने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ओपीडी एवं आईपीडी को बढ़ाने और सेवाओं का विस्तार किया जाए, तथा गांव स्तर पर आउटरीच गतिविधियों के तहत मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन सुनिश्चित करे। कहा कि अस्पताल में हर मरीज की चिकित्सा सेवा एवं व्यवस्थाओं में कोई कोताही ना बरती जा रही इस पर अस्पताल प्रशासन को गंभीर रहने की जरूरत है। कफ सिरप के दुरुपयोग पर सख्त रुख अपनाते हुए डॉ. कुमार ने कहा कि प्रतिबंधित कफ सिरप को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है, और ऐसे मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई की जा रही है जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई स्टोर सीज किए जा चुके हैं। साथ ही उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी स्थिति में कफ सिरप न दिया जाए, जबकि पांच वर्ष से ऊपर के बच्चों को केवल डॉक्टरी परामर्श के बाद ही दवा दी जाए।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने सचिव का स्वागत किया और अस्पताल में संचालित सेवाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में स्वास्थ्य निदेशक गढ़वाल मंडल डॉ त्रिपाठी, सीएमओ पौड़ी डॉ. शिव मोहन शुक्ला, एमएस बेस अस्पताल डॉ. राकेश रावत, डॉ. अजेय विक्रम सिंह, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. मोहित सैनी, डॉ. मोहित कुमार, डॉ. पार्थ दत्ता सहित अन्य फैकल्टी सदस्य मौजूद रहे।
मरीजों की सहायता के लिए जनसंपर्क केन्द्र स्थापित
बेस चिकित्सालय में इमरजेंसी के पास मरीज सहायता एवं जन संपर्क कार्यालय खोला गया। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि उक्त कार्यालय खोलने का का मुख्य उद्देश्य मरीजों एवं उनकी तीमारदारों को सहायता पहुंचना है। डॉ. सयाना ने बताया कि रोगी की सेवा ही परम धर्म की थीम को देखते हुए उक्त कार्यालय स्थापित किया गया है। जिसमें मेडिकल सोशल वेलफेयर अधिकारी जतिन कहेड़ा, विजय जमलोकी, भवतोष धर, नर्सिंग अधिकारी पंकज नौटियाल, रामनरेश, टैक्नीशियन संदीप सिंह, रविन्द्र गोस्वामी, फार्मेसिस्ट सचिन फोंदणी, सिद्धार्थ, कक्ष सेवक कुलदीप अपने कार्यो के साथ-साथ मरीज सहायता एवं जनसंपर्क कार्यालय में जन संपर्क अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं भी देगे। जनता अस्पताल संबंधी किसी भी समस्या के लिए इमरजेंसी के पास कक्ष 99 में संपर्क कर सहायता ले सकते है।