मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के 45 वें स्थापना दिवस समारोह में वर्चुअल प्रतिभाग करते हुए कहा कि जीएमवीएन की परिसम्पत्तियों में सुधार के लिए 2 करोड़ रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। गढ़वाल मंडल विकास निगम के अंतर्गत साहसिक पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों, कार्मिकों के कौशल विकास, व्यावसायिक गतिविधियों और सेवाओं के डिजीटलीकरण, नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए भी सरकार द्वारा वित्तीय सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक खेलों के प्रोत्साहन के लिए निगम को ट्रेकिंग, पर्वतारोहण, रिवर राफ्टिंग, पैरा ग्लाईडिंग आदि गतिविधियों के संचालन और एक पेशेवर संस्था के रूप में विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन और होटल गतिविधियों में निगम के कार्मिकों के ज्ञान में वृद्धि करने के लिए मध्यावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाने में सहायता दी जाएगी। निगम की व्यावसायिक गतिविधियों में वित्तीय लेनदेन को पूर्णतः डिजीटल करने के लिए प्रभावी आॅनलाईन बुकिंग सिस्टम विकसित करने, डिजीटल ट्रांजेक्शन का अधिकतम प्रयोग करने, सीसीटीवी द्वारा अग्रिम निगरानी प्रणाली अपनाने, डिजीटल लाॅक्स आदि आधुनिक होटल व्यवसाय के नवाचारों को अपनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त निगम के तहत गैस वितरण प्रणाली के संचालन और वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता और नवाचार के लिए सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है, जरूरत है इसे संवारने की। हमें एकजुट होकर राज्य को आगे ले जाना है। इसके लिए मन से काम करना जरूरी है। प्रोफेशनल एप्रोच अपनाते हुए मन से काम किए जाने की जरूरत है। तीर्थाटन, साहसिक पर्यटन, संस्कृति के क्षेत्र में बहुत कुछ किया जा सकता है। राज्य में आने वाले पर्यटकों को ऐसी सेवाएं मिलें कि वे यहां से अपने साथ अच्छा अनुभव और यादें लेकर जाएं। पर्यटक यहां के पर्यटन स्थलों, खानपान आदि का भी आनंद लें और उत्तराखण्ड की समृद्ध संस्कृति से भी परिचित हों। मुख्यमंत्री ने 45 वें स्थापना दिवस पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकारियों और कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह संस्थान प्रदेश के विकास में बड़ी भूमिका निभा सकता है। इस अवसर पर सचिव दिलीप जावलकर, जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक आशीष चौहान सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।