राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार : पौड़ी जनपद के यमकेश्वर विकासखंड की ग्राम सभा कोठार का चयन राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए हुआ है। कोठार ग्राम पंचायत को उत्कृष्ट कार्यों के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार-2022 के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार आगामी 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों प्रदान किया जाएगा।
ग्राम पंचायत कोठार को यह पुरस्कार सरकार की योजनाओं को बेहतर ढंग से धरातल पर उतारने के लिए मिला है। यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के अतिरिक्त प्रत्येक स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायत को दिया जाता है। इस बार उत्तराखंड में पं. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार की श्रेणी में यमकेश्वर ब्लाक की ग्राम पंचायत कोठार का चयन हुआ है।
इस बार उत्तराखंड में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की चारों श्रेणी में गढ़वाल की पंचायतें चयनित हुई हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार की जिला पंचायत श्रेणी में देहरादून, क्षेत्र पंचायत श्रेणी में प्रतापनगर (टिहरी) व पुरोला (उत्तरकाशी) और ग्राम पंचायत श्रेणी में औरंगाबाद (हरिद्वार), मंजियाली (उत्तरकाशी), कोठार (पौड़ी), पिनसर (उत्तरकाशी) व केदारावाला (देहरादून) को चयनित किया गया है।
ग्राम प्रधान कोठार नीरज पयाल ने बताया कि ग्राम पंचायत कोठार में हमने इस कार्यकाल में भूमिगत नाली निर्माण का कार्य किया। इसके अलावा स्वपोषित पेयजल पंपिग योजना का सफल संचालन कर हर घर में पानी पहुंचाने का काम किया। घरों में सोखता पिट, टैंक निर्माण, विश्राम स्थली आदि महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न कराए। जिनके मूल्यांकन के बाद हमारी ग्राम पंचायत को इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कोठार के लिए यह गर्व की बात है। आने वाले समय में हम और बेहतर कार्य ग्राम पंचायत में कर सकेंगे।
क्या है राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार
यह पुरस्कार पंचायत में स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए एवं उत्कृष्ट विकास कार्यों के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत चयनित पंचायत को पंचायत विकास मद के लिए एकमुश्त राशि भेजी जाती है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार, नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार, ग्राम पंचायत विकास पुरस्कार और चाइल्ड फ्रेंडली ग्राम पंचायत पुरस्कार दिया जाता है। इन विभिन्न पुरस्कारों के लिए भारत के कई राज्यों के कई ग्राम पंचायतों का चयन किया जाता है।