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रायवाला खेल मैदान में देवभूमि पौराणिक सोसायटी की ओर से आयोजित पांच दिवसीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महोत्सव का प्रथम गवर्नर अवार्डेड उत्तराखंड ज्योतिष रत्न शिक्षाविद डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने दीप जलाकर शुभारंभ किया. इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए डॉक्टर घिल्डियाल ने कहा कि मेले हमारी सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को सवारने में संजीवनी का कार्य करते हैं. इसके साथ-साथ नई पीढ़ी में हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को हस्तांतरित करने का भी यही सही तरीका है. उन्होंने कहा कि उत्साह से ही महोत्सव शब्द की उत्पत्ति हुई है. जिसके अंदर उत्साह नहीं है वह समाज और वह संस्कृति जिंदा होकर भी मृत प्राय है. इसलिए इस महोत्सव का आयोजन का तात्पर्य है कि भारतीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों से नई पीढ़ी को परिचित कराना.

मुख्य अतिथि डॉक्टर घिल्डियाल ने इस बात के लिए आयोजकों को बधाई दी तथा भविष्य में इस मेले को और दिव्य स्वरूप दिए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि वे शीघ्र मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर इस प्रकार के मेलों के आयोजन में सरकारी सहायता दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे.

इससे पूर्व खेल मैदान में पहुंचने पर मुख्य अतिथि डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य सुमन धस्माना, समाजसेवी कुसुम लता जोशी, भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री सरोज डिमरी, प्रधानमंत्री कौशल विकास की प्रदेश अध्यक्ष रीना गोयल, प्रांतीय महामंत्री वीरेंद्र सिंह, सरदार गुरुचरण सिंह, भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष शूरवीर सिंह पवार, कैप्टन गंगा प्रसाद उनियाल, भूपेंद्र सिंह भंडारी, प्रतीत नगर रायवाला खांड गांव के ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य जिला पंचायत सदस्यों एवं राजकीय शिक्षक संघ महिला मंगल दल, युवक मंगल दल सहित अनेक शैक्षिक एवं सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं भारत माता की जय वंदे मातरम जैसे नारों से भव्य स्वागत किया.