उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव से लोगों में गुस्सा और तनाव व्याप्त है। हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं जिसकी वजह से यहां के हजारों लोगों में दहशत भी बढ़ती जा रही है। जोशीमठ के निवासी भी सरकारों की ओर राहत और उम्मीदों को लेकर निगाहें लगाए हुए हैं। पिछले दिनों उत्तराखंड सरकार ने आर्थिक सहायता का एलान भी किया है लेकिन पीड़ित परिवारों में मुआवजे की कम राशि होने पर नाराजगी भी है।
वहीं दूसरी ओर जोशीमठ में खराब होते मौसम ने सबकी चिंता को और बढ़ा दिया है। जोशीमठ में दरार और घंसाव के शिकार होटल का डिमोलिशन होगा या नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है। होटल मलारी इन को गिराने का काम बुधवार शुरू होना था लेकिन मुआवजे पर लोगों के विरोध की वजह से ये काम शुरू हो नहीं हो पाया।
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जोशीमठ मामले को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। गृहमंत्री की हाई लेवल की बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चमोली से ही वर्चुअल के माध्यम से जुड़े। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से जोशीमठ में राहत बचाव कार्यों को लेकर विस्तार से बात की है। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने धामी सरकार को हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया। इस बैठक में
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र शेखावत के साथ-साथ सेना के अधिकारी मौजूद रहें। वहीं बुधवार शाम को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जोशीमठ पहुंचे। रात में सीएम धामी जोशीमठ में ही रुके। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ के उस रिलीफ कैंप में पहुंचे, जहां प्रभावित परिवार रह रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और पीड़ितों की हर हाल में मदद का भरोसा दिया।मुख्यमंत्री का रिलीफ कैंप दौरा ऐसे वक्त हुआ जब विस्थापितों में सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा है। गुस्से में मंगलवार को लोगों विरोध प्रदर्शन किया। लोग मुआवजे की राशि को लेकर नाराज हैं। इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि प्रभावित परिवारों को राहत दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अंतरिम सहायता का एलान किया। जोशीमठ में स्थानीय लोग मुआवजे की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते यहां मकान-होटल गिराने की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी।
मुख्यमंत्री धामी ने साफ कर दिया, अभी सिर्फ होटलों की इमारत को ढहाया जाएगा, न की असुरक्षित घरों को। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार सुबह जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना की। जोशीमठ संकट को लेकर आज मुख्यमंत्री एक हाई लेवल बैठक करने वाले हैं। सीएम धामी ने बताया कि प्रभावित लोगों को अंतरिम सहायता के तौर पर 1.5 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके राहत और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किए जाने का काम किया जा रहा है।
चमोली के डीएम हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में 19 सदस्यों की टीम का गठन किया गया है, जो प्रभावित परिवारों को पैकेज राशि और पुनर्वास पैकेज की दर सुनिश्चित करेगी। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अभी सिर्फ दो होटलों को ध्वस्त किया जा रहा है न कि असुरक्षित घरों को। उन्होंने बताया कि जो पानी का रिसाव हो रहा था, उसकी मात्रा में भी कमी आई है। जोशीमठ के गांधीनगर, सिंहधार, मनोहरबाग, सुनील क्षेत्र को असुरक्षित वार्ड घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में 86 घर हैं। जोशीमठ में अभी तक कुल 723 घरों में दरारें पड़ी हैं।