Gairsain news: राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा आज पुरानी पेंशन बहाली के लिए गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में विधानसभा का घेराव किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश से बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी सम्मिलित हुए। प्रशासन द्वारा संख्या को देखते हुए कर्मचारियों को भराड़ीसैण से 15 किलोमीटर पूर्व जंगल चट्टी में रोक दिया गया। जहां बैरिकेटस पर कर्मचारियों एवं पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक एवं झड़प हुई।

पुलिस ने कर्मचारियों को बैरिकेट्स से आगे जाने नहीं दिया और उन्हें रोकने का प्रयास किया। काफी जोर आजमाइश  के बाद पुलिस को मजबूरन कर्मचारियों को हिरासत में लेना पड़ा। इसबीच सरकार की ओर से मुख्यमंत्री से वार्ता का प्रस्ताव आया। जिसके बाद मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए मोर्चा का एक शिष्टमंडल विधानसभा भराड़ीसैण में पहुंचा।

मोर्चा के महासचिव महासचिव सीताराम पोखरियाल ने बताया कि विधानसभा भवन के पास कांग्रेस का घेराव कार्यक्रम होने के कारण प्रतिनिधिमंडल को पहुंचने में समय लगा तब तक मुख्यमंत्री को किसी कार्य हेतु देहरादून जाना पड़ा। जिससे कर्मचारी प्रतिनिधियों की वार्ता मुख्यमंत्री से नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री से वार्ता न होने पर सरकार के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव वित्त राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, वित्त सचिव मुरुगेसन से प्रतिनिधियों की वार्ता हुई।

प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट किया राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की एकमात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली है। हम प्रदेश में कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन चाहते हैं। इससे कम कुछ भी नहीं। वित्त मंत्री ने मोर्चा को अवगत कराया कि इस बात को सकारात्मक रूप से रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने मोर्चे को मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए 15 मार्च का समय भी दिया।

वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत, प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत, प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जयदीप रावत, प्रदेश महिला उपाध्यक्ष बबीता रानी, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष पूरण फरस्वान, शंकर भट्ट, रश्मि गौड़ आदि उपस्थित थे।

जंगल चट्टी में प्रदर्शन करने वाले प्रमुख कर्मचारियों में गिरीश पनेरु, नरेश भट्ट, शशि चौधरी, प्रेमचंद ध्यानी, संतोष खंडूरी, जसपाल गुसाईं, लक्ष्मी नेगी, सीमा पुंडीर, मंजू पुरोहित, रेखा कोहली, मीनाक्षी सती, बबीता जगवाण, सरिता नेगी, माखनलाल शाह, सतीश कुमार, बृजमोहन रावत, जीवंती नेगी आदि थे।