folk artists of Uttarakhand

पौड़ी : प्रदेश के संस्कृति, लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, बाढ़ नियंत्रण एवं भारत-नेपाल उत्तराखंड नदी परियोजना मंत्री सतपाल महाराज आज प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां भगवती कालिंका मंदिर, विकास खण्ड बीरोंखाल पौडी गढ़वाल पहुंचे। जहां उन्होंने मां भगवती कालिंका की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। संस्कृति मंत्री ने मां भगवती की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने महाकाली मंदिर समिति गढ़वाल-अल्मोड़ा के समस्त पदाधिकारियों एवं हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को विशेष आकर्षण का केंद्र है।

मां भगवती को हम सभी शक्ति, ज्ञान, स्वास्थ्य व खुशहाली का प्रतीक मानकर उनकी पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे शक्तिपीठ मां भगवती कालिंका के नवनिर्मित मंदिर उद्घाटन एवं मूर्ति स्थापना के अवसर पर आपके मध्य आने का मौका मिला यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कालिंका मंदिर का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए कहा कि वीरबाला तीलू रौतेली किसी युद्ध में जाने से पूर्व यहां पूजा-अर्चना करती थी। इसलिए यह प्राचीन शक्ति केन्द्र हमारे लिए अटूट श्रद्धा एवं आस्था का केंद्र भी है।

उन्होंने कहा कि हमने पर्यटन व संस्कृति के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं जिसके अंतर्गत कालिंका मंदिर को शाक्त सर्किट में रखा है। कहा कि हमने गढ़वाल व कुमाऊं के 12-12 मंदिरों को रखकर सर्किट बनाया है, साथ ही शंकर भगवान का सर्किट विष्णु भगवान का सर्किट वैष्णव सर्किट व नवग्रह सर्किट बनाया है, जिसमें पैठाणी का राहु मंदिर, खरसाली का शनि मंदिर, ओखल कांडा के बृहस्पति मंदिर को रखा गया है।
प्रदेश के संस्कृति व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां भगवती कालिंका मंदिर बीरोंखाल में भगवती कालिंका की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में प्रतिभाग कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि यह स्थान गढ़वाल और कुमाऊं का संगम स्थल है ओर यहां का विकास करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हमने गढ़वाल व कुमाऊं को जोड़ने के लिए सड़कों का जाल बिछाया है, जिसमें हमने कई सड़कों का निर्माण कराया है। कहा कि हमने विवेकानंद सर्किट बनाया गया हैए जिसमें स्वामी विवेकानंद के द्वारा जिन स्थानों में यात्राएं व साधना की गई थी। उन स्थानों को शामिल किया गया है।

कहा कि उत्तराखंड में लोग निवेश करना चाहते हैं जिसके तहत बॉलीवुड के एक प्रसिद्ध निर्देशक ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली व जयानंद भारती पर फिल्म बनाने में रुचि दिखाई है, जिसमें इन महान व्यक्तियों से जुड़ा इतिहास दिखाया जाएगा।
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि कलाकारों को चयनित कर पहचान पत्र जारी किया जायेंगे. यह पहचान पत्र कलाकारों के संस्कृति विभाग उत्तराखण्ड द्वारा लोक कलाकारों को लिए जायेंगे। इसी पहचान पत्र पर पैन न., आधार न., आय एवं अन्य सभी विवरण उपलब्ध होंगे, यह परिचय पत्र कलाकारों को सभी प्रकार की सुविधाऐं दिलाने में कारगर सिद्ध होगा। कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लॉक एवं नगर पालिका स्तर से ही होगी, ऐसा करने से जमीनी व पारम्परिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पायेगीं, कलाकारों की श्रेणी उनकी कला के अनुसार श्रेणीबद्ध किया जायेगा ।

पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग उत्तराखण्ड द्वारा चयनित कलाकारों का माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों अथवा मिलन केन्द्रों में सांस्कृतिक कार्यषालायें संचालित करायी जायेगीं, जिससे उनके लिए नियमित आर्थिकी व्यवस्था बनी रहेगी। संस्कृति विभाग द्वारा निर्माणधीन प्रेक्षाग्रहों को सांस्कृतिक केन्द्रों के रूप में विकसित किया जायेगा, जिससे खराब मौसम आदि में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके। उन्होंने कहा कि सामवेद से निकले ढोल सागर की प्रतियोगिता कराई जाएगी जिसमें तीन हजार से अधिक ढोल वादक प्रतिभाग करते हैं, तो यह एक गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड बन जाएगा।
मंत्री ने कहा कि हमने चौवट्टाखाल विधानसभा में टीआरएच का जाल बिछाया है, जिससे लोगों को सहायता मिल रही है साथ ही पीडब्ल्यूडी के अतिथि गृह पहले से बने हैं उनका उचीकरण किया जा रहा है। कहा कि 2-10 किलोमीटर की कनेक्टिविटी सड़कों को भी बनाया जा रहा है, जिससे स्थानीय कृषकों के उत्पादों को निकटवर्ती बाजार में बेचने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि हमने 50 लाख से कम के ठेके अनुभवहीन लोगों को देने का निर्णय लिया हैए जिससे बेरोजगार युवाओं को फायदा मिल सकेगा।
कार्यक्रम के दौरान लोक गायक  नरेंद्र सिंह नेगी, मीना राणाए बिशन सिंह हरियाला, सौरव मैठाणी और महिमा उनियाल की शानदार प्रस्तुतियों उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस दौरान शल्ट विधायक महेश जीना, राष्ट्रीय महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा श्रीमती दीप्ति रावत  ने आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरकार की विभिन्न विकास कार्य एवं महत्वकांक्षी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम संचालक नरेंद्र रौथाण एवं गणेश खुगशाल गणी ने किया।
इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कंडारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, उपजिलाधिकारी संदीप कुमार,  महाकाली मंदिर समिति गढ़वाल-अल्मोड़ा के अध्यक्ष  चंदन सिंह रावत,  विजय सिंह रावत,  हयात सिंह रावत एवं उदय सिंह रावत सहित भारी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।