कल्जीखाल: कल्जीखाल विकास क्षेत्र का डांगी मतदान केन्द्र 59, चुनाव बहिष्कार को लेकर सुर्खियों में रहा हैं। मतदान केन्द्र डांगी में 7 राजस्व गांव आते हैं। मतदान स्थल तक सड़क सुविधा उपलब्ध नही हैं। सड़क को लेकर ग्राम डांगी गांव ने 2014 लोकसभा चुनाव में भी बहिष्कार किया था। उसके बाद ग्रामीण सेवा विभाग द्वारा सड़क स्वीकृति हो गयी। परन्तु वित्तीय स्वीकृति नही मिली और ग्रामीणों नराज होकर फिर से 2017 में विधान सभा चुनावों का बहिष्कार करने निर्णय लिया। उस दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी के आश्वासन/अनरोध पर गांववासी मतदान के लिए सहमत हो गए। परन्तु फिर भी सड़क नही बनी। तब ग्रामीणों ने पाली तिराहा पर 35 दिन क्रमिक अनशन किया और दो बार जिला कार्यालय का घेराव किया। फरवरी में पाली-डांगी तीन किलोमीटर सड़क स्वीकृत हो गयी। प्रथम चरण प्राकलन शाशन को चला गया। लेकिन पाली के नजदीक के दो और गाँव सुरालगांव, तकलना गांव जहाँ के ग्रामीण धरने में भी शामिल रहे, वहाँ (सुरालगांव-तकलना) के लोग आज भी सड़क से बंचित हैं।
जबकि सुरालगांव शौर्य चक्र विजेता मनीष पटवाल के नाम से उसका परिवार एवं गांववासी सड़क की मांग कर रहे हैं। इस सम्बंध में ग्रामीणों ने 6 फरवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था। जिसका आज तक कोई जबाब नही आया। जिसके बाद ग्रामीण शहीद मनीष पटवाल की दादी के नेतृत्व में 19 मार्च को जिलाधिकारी को मिले और रोड़ नही तो वोट नही चेतवानी पत्र डीएम को दिया। सोंमवार को एक बार फ़िर ग्रामीणों ने शहीद मनीष पटवाल के नाम पर दो किलोमीटर सड़क (सुरालगांव-तकलना) दोनों गांव को जोड़ने को लेकर 2019 लोकसभा चुनाव बहिष्कार को लेकर ज्ञापन देते हुए कहां कि यदि ग्रामीणों को चुनांव से पूर्व दोनों गांवो को सड़क से जोड़ने का लिखित आश्वासन नही मिलता तो ग्रामीण मतदान में हिस्सा नही लेंगे। ज्ञापन देने वालो में शहीद की दादी श्रीमती गीता देवी, युवा मंगल दल अध्यक्ष अजय मोहन नेगी, महिला मंगल दल विमला देवी, महेश्वरी देवी, भगवंती देवी, मीनू देवी, रामनारायण कबटियाल, भुवनेश्वरी देवी, रीना देवी, शकुंतला देवी, मोहन नेगी, राजा नेगी, अशोक नेगी आदि के हस्ताक्षर थे।
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