youtuber agastya chauhan death case : बीते 3 मई को यमुना एक्सप्रेसवे पर टप्पल क्षेत्र में उत्तराखंड के मशहूर यू-ट्यूबर व बाइक राइडर अगस्त्य चौहान की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। अगस्त्य के घरवालों ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है। परिजनों को शक है कि बाइक राइडिंग की प्रतियोगिता में अगस्त्य की हत्या की गई है। परिवार के सवालों को पुलिस ने भी गंभीरता से लिया है। अलीगढ़ के एसपी ग्रामीण गुरुवार देर रात घटनास्थल यमुना एक्सप्रेस वे पहुंचें। एसपी ने दुर्घटनास्थल पर जाकर जायजा लिया। यूपी पुलिस द्वारा वहां लगे सारे सीसीटीवी कैमरे भी जांचे गए हैं। पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के साथ अगस्त्य के साथ मौजूद चार बाइक राइडर्स को भी पूछताछ के लिए बुलावा भेजा है। इसके साथ ही अलीगढ़ पुलिस ने अगस्त्य के परिवार से हत्या के संदेह को लेकर तहरीर देने को भी कहा है।
300 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चला रहा था बाइक
देहरादून के चकराता रोड कापरी ट्रेड सेंटर का रहने वाला 25 वर्षीय बाइक राइडर अगस्त्य चौहान पुत्र जितेंद्र सिंह चौहान PRO-RIDER 1000 नाम से यू-ट्यूब चैनल चलाता था। उसके करीब 12 लाख फॉलोअर्स भी हैं। इसके अलावा 2022-23 में हैदराबाद में हुई पंजा कुश्ती की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का भी चैंपियन बना था।
बुधवार सुबह वह अपनी 15 लाख रुपये की कीमती स्पोर्टस बाइक से सफर करते हुए टप्पल क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे के माइल-47 के पास पहुंचा था, जहां उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस सूचना पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पहचान के साथ परिवार को खबर दी। पुलिस जांच में सीसीटीवी की मदद से पाया गया कि अगस्त्य की बाइक की रफ्तार 300 किमी प्रति घंटा थी।
शुरुआत में पुलिस ने माना कि बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और करीब 700 मीटर तक हाईवे पर घिसटती हुई गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इधर, बृहस्पतिवार को उसके पिता अन्य परिजनों संग आए और पोस्टमार्टम के बाद शव साथ ले गए। इस दौरान वे टप्पल भी गए और घटनास्थल देखा। साथ में अन्य साथियों के विषय में जानकारी की। उन्होंने इस सबके बाद पुलिस के सामने बेटे की हत्या का अंदेशा जताया और कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि बाइक राइडिंग की प्रतिद्वंद्विता में हत्या है।
मृतक अगस्त्य के पिता ने उठाये ये सवाल
अगस्त्य चौहान के पिता जितेंद्र चौहान ने अपने बेटे की मौत को लेकर कई गंभीर सवाल उठाये हैं। चौहान का कहना है कि दिल्ली से अगस्त्य चार अन्य बाइक राइडर साथियों के साथ यमुना एक्सप्रेसवे की ओर निकला था। बाइक राइडर्स के बीच 300 किलोमीटर की स्पीड से मोटर साइकिल चलाने को लेकर प्रतियोगिता थी। सभी बाइकर्स के बाइकों व हेलमेट पर एक दूसरे के वीडियो बनाने संबंधी 360 डिग्री के कैमरे भी सेट थे। जितेंद्र चौहान ने आश्चर्य जताया कि दुर्घटना के बाद से कैमरे कहां गायब हैं। अगस्त्य के पिता का आरोप है कि अगस्त्य के साथ के 3 राइडर यू-टर्न लेकर जेवर टोल से वापस आ गए थे। सिर्फ एक साथी दुर्घटनास्थल तक उसके साथ चला था। और वह भी दुर्घटनास्थल से यू टर्न लेकर चला गया। चौंकाने वाली बात है कि उसने अगस्त्य के बारे में जानने का प्रयास तक क्यों नहीं किया।
अगस्त्य चौहान के पिता जितेंद्र सिंह चौहान का आरोप है कि बाइक स्पीड का रिकॉर्ड तोड़ने को लेकर कंपटीशन में अगस्त्य की हत्या हुई है। उनका कहना है कि 300 की रफ्तार से बाइक दौड़ रही थी तो सिर्फ सिर में चोट आई और बाइक में मामूली टूट फूट हुई है। इस रफ्तार में शरीर के अन्य अंग घायल होते, बाइक भी टूट जाती। बेटे के साथ चल रहे राइडर ने अगस्त्य के परिवार से तीन घंटे बाद संपर्क किया। उसने खुद की लोकेशन बताई। परिवार मिलने गया तो वह नहीं मिला। बार-बार लोकेशन बदलने लगा।
मौके पर किसी कार के पहियों के घसीटने के निशान थे। बाकी चारों अभी तक सामने क्यों नहीं आए। इसीलिए उन्होंने बेटे की मौत को हादसा नहीं हत्या माना है। इन सवालों पर खुद एसपी देहात ने सीओ खैर के साथ मौके पर पहुंचकर देर रात तक जांच की तो कुछ सवाल ऐसे हैं, जिन पर संदेह है। पुलिस ने सीसीटीवी, फॉरेंसिक जांच, अन्य चारों राइडरों से पूछताछ के लिए परिवार से तहरीर मांगी है।