श्रीनगर। नशा मुक्त भारत, खुशहाल भारत के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में नशा मुक्त भारत अभियान के पाँच वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को नशा न करने की प्रतिज्ञा दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का संदेश भी पढ़ाया गया, जिसमें नशा उन्मूलन को राष्ट्रीय अभियान बनाकर आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मनोरोग विभाग बेस अस्पताल, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन एवं आरकेएसके की सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देश को नशा मुक्त करने का जो संकल्प लिया गया है, उसके लिए राष्ट्रभर में अनेक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान समाज को नशे जैसी कुरीति से बचाने का बड़ा माध्यम बन रहा है। कहा कि मेडिकल कॉलेज भी लगातार जागरूकता अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है।
सीओ श्रीनगर अनुज कुमार ने कार्यक्रम में कहा कि पुलिस विभाग लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। नशा बेचने वालों की धरपकड़ के साथ-साथ नियमित रूप से जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा उन्मूलन की सफलता समाज की सहभागिता से ही संभव है। मनोरोग विभाग के एचओडी डॉ. मोहित सैनी ने नशे से होने वाली मानसिक बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पार्थ दत्ता ने विभिन्न प्रकार के नशे और उनके शारीरिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। दोनों विशेषज्ञों ने युवाओं से नशे से दूर रहकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की। सामाजिक कार्यकर्ता लखपत भंडारी ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और नशा मुक्त समाज की शुरुआत स्वयं से करनी होगी। उन्होंने युवाओं से सकारात्मक सोच और स्वस्थ आदतों को अपनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर कोतवाल जयपाल नेगी, श्रीकोट बाजार चौकी प्रभारी मुकेश गैरोला, अपर समाज कल्याण अधिकारी अनिल सेमवाल, पंकज मैंदोली, अरविंद कुमार, डॉ. सुनील, मनमोहन सिंह, भवतोष सेमवाल, वीरेंद्र लाल, मंदीप, अभिषेक, जयदेव, अंकित सहित एमबीबीएस एवं पैरामेडिकल के छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी को नशा उन्मूलन की शपथ दिलाई गई और भारत को नशामुक्त बनाने का संकल्प दोहराया गया।


