Haridwar Kanwar Yatra 2023: उत्तराखंड की तीर्थ नगरी हरिद्वार में आस्था का सबसे बड़े मेलों में से एक कांवड़ मेला 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस साल सावन महीने के कांवड़ मेले में प्रशासन को करीब 5 करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। पिछले साल यह संख्या लगभग चार करोड़ थी। कांवड़ मेला में शिव भक्तों की बेतहाशा भीड़ जुटती है। यूपी, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों से बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं और फिर गंगाजल भरकर वापस अपने गंतव्य को रवाना होते हैं। कांवड़ मेले की तैयारियों के लिए प्रशासन के अधिकारी पिछले एक महीने से जुटे हुए थे। अब तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये हैं। इस बार मेले को सुरक्षा के नजरिए से 12 सुपर जोन, 33 जोन में बाटा गया है। वहीं पूरे मेला क्षेत्र में 153 सेक्टर बनाए गए हैं। सभी सेक्टरों में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। मेले में प्रदेश की पुलिस के अलावा पीएससी, आरएएफ, पैरामिलिट्री फोर्सेस समेत करीब 5000 की संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहेंगे।
इसके साथ ही प्रसिद्ध नीलकंठ मंदिर में भी कांवड़ यात्रा शुभारंभ होने जा रही है। हरिद्वार, ऋषिकेश में आस्था की डुबकी लगाने वाले शिवभक्त कांवड़ियों में 65 प्रतिशत कांवड़िए नीलकंठ महादेव के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इसे देखते हुए इस बार मेला क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है।
इस बार कांवड़ मेले में तेज ध्वनि में डीजे बजाने और ऊंची कांवड़ पर प्रतिबंध रहेगा। कावड़ियों को सीमित आवाज में डीजे बजाने की अनुमति दी जाएगी। वहीं हॉकी, त्रिशूल और डंडे लेकर भी कावड़ यात्रा में आने की मनाही है।
9 से 17 जुलाई तक हरिद्वार में दिल्ली-यूपी से आने वाले भारी वाहनों की नो एंट्री
कांवड़ मेले को लेकर पुलिस ने यातायात रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। 9 से 17 जुलाई तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। अलग-अलग तिथियों में यातायात प्लान की व्यवस्था बदलती रहेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि कांवड़ मेले को लेकर यातायात प्लान जारी कर दिया गया है। मेले में भीड़ के मद्देनजर अलग-अलग दिन के हिसाब से प्लान तैयार किया गया है।
रूट डायवर्जन
- हरिद्वार में यातायात का दवाब अधिक होने पर दिल्ली मेरठ की तरफ से आने वाले सभी वाहनो को नंगला इमरती सर्विस लेन एनएच 334 से लंढौरा लक्सर होते हुए हरिद्वार भेजा जाएगा।
- पंजाब और सहारनपुर से हरिद्वार जाने वाले वाहनों को भगवानपुर एनएच-344 से बिझौली अब्दुल कलाम चौक से नंगला इमरती सर्विस लेन से भेजकर लंढौरा लक्सर होते हुए हरिद्वार भेजा जाएगा।
- देहरादून और अन्य पर्वतीय क्षेत्रों की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर यूपी से डायवर्ट कर देवबंद गागलहेडी मोहंड होते हुए देहरादून एवं पर्वतीय क्षेत्रो में भेजा जाएगा।
- नजीबाबाद और कुमाऊं की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को विलासपुर तिराहा से डायवर्ट कर मीरापुर, बिजनौर होते हुए नजीबाबाद से कुमाऊं क्षेत्र में भेजा जाएगा।
- सामान्य दिनों में नजीबाबाद और कुमाऊं की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को नंगला इमरती सर्विस लेन एनएच 334 से लंढौरा लक्सर- बालावाली से बिजनौर होते हुए नजीबाबाद से होकर कुमाऊं भेजा जाएगा।
- दिल्ली मेरठ मुजफ्फरनगर से देहरादून जाने वाले सभी वाहनों को बिझौली सर्विस लेन अब्दुल कलाम चौक से भगवानपुर एनएच-344 से मंडावर और मोहंड होते हुए देहरादून एवं पर्वतीय क्षेत्र में भेजा जाएगा।
इन तिथियों में रहेगी ये ट्राफिक प्लान
- दो जुलाई से 8 जुलाई तक आवश्यक सेवाओं में प्रयुक्त होने वाले वाहनों के अतिरिक्त सभी भारी वाहनों का सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
- 9 से 17 जुलाई तक आवश्यक सेवाओं में प्रयुक्त वाहनों के अतिरिक्त सभी भारी वाहनों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
- दो जुलाई से सात जुलाई तक सभी वाहन सामान्य रूप से पूर्व से निर्धारित रूट पर ही चलेंगे।
- 8 जुलाई से 15 जुलाई तक कांवड़ मेले में आने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों का पार्किंग स्थलों के लिए डायवर्जन किया जाएगा।
- 8 जुलाई से 17 जुलाई तक जिले की सीमा से हरिद्वार शहर की तरफ प्रवेश करने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों का वैकल्पिक मार्गों से डायवर्जन किया जाएगा।