kedarnath heli service

CHARDHAM HELI SERVICE: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनावपूर्ण हालातों के मद्देनजर केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवा कुछ देर के लिए बंद कर दी गई थी। हालाँकि एटीसी केंद्रीय एयर ट्रैफिक कंट्रोल से पुनः क्लियरेंस के बाद केदारनाथ की हेली सेवा पुनः सुचारू कर दी गई है। बता दें कि भारत-पाक तनाव के बीच एटीसी ने देश के समस्त हवाई यात्रा की समीक्षा कर पुनः क्लियरेंस दी है। जिस कारण से कुछ घंटों तक क्लियरेंस न होने के कारण केदारनाथ यात्रा बंद थी। जोकि अब सुचारू रूप से चलती रहेगी।

डीजी सूचना बंशीधर तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि केदारनाथ जी की हेली सेवा सुचारू रूप से चल रही है। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी शासकीय आवास में केंद्र द्वारा जारी दिशा निर्देशों के क्रम में राज्य स्तर पर की गई  तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। इस समीक्षा बैठक में चार धाम यात्रा सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में सभी उच्च अधिकारी एवं सभी जिला अधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित हैं। चारों धाम में चलने वाली हेली सेवा भी सुचारू रूप से गतिमान है।

वहीं उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की सीईओ सोनिका ने कहा कि राज्य में चार धाम यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। कुछ एनओसी और मंजूरी संबंधी मुद्दों के कारण इसे कुछ समय के लिए रोक दिया गया था।

गौरतलब है कि इस साल अक्षय तृतीया के दिन यानी 30 अप्रैल से गंगोत्री धाम कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हुआ है। 30 अप्रैल को ही यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुले थे। 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बाबा बदरी विशाल के कपाट अगले 6 महीने के लिए खोले गए हैं। चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, आंकड़ों की बात करें तो 9 मई शाम 7 बजे तक कुल 4 लाख 44 हजार 115 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए हैं। केदारनाथ श्रद्धालुओं की संख्या 1 लाख 87 हजार के पार हो गई है। बदरीनाथ धाम में 90,167 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यमुनोत्री में 92,144 श्रद्धालु और मां गंगा के धाम मंगोत्री में 73,850 श्रद्धालु दर्शनों का लाभ उठा चुके हैं।

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। सीमाओं पर हालात तनावपूर्ण हैं। इसी स्थिति के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने राज्य की सीमाओं पर अलर्ट बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे क्षेत्रों में तैनात प्रशासनिक इकाइयों को भी अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार अधिकारियों संग बैठक कर रहे हैं। हाई लेवल मीटिंग में सभी व्यवस्थाएं पुख्ता रखने के निर्देश दिए हैं।

राहत और बचाव दलों को भी तैयार रखा गया है। जिलों और ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम गठित करने के निर्देश हैं। आपदा कंट्रोल रूम में भी 24 घंटे अधिकारियों तैनात हैं। सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर हैं। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई हैं। प्रदेश के सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां के स्टॉक को रखने, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू वेंटीलेटर, चिकित्सा व सर्जिकल उपकरण और एंबुलेंस की व्यवस्था के निर्देश हैं।

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच साइबर हमले की आशंका को देखते हुए एसटीएफ ने अपने साइबर कमांडो को सक्रिय कर दिया है। साथ ही एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो कि हर प्रकार की वेब गतिविधियों पर नजर रख रही है। एसटीएफ की ओर से प्रदेशवासियों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है। इसमें लोगों को ऐसे माहौल में क्या सावधानी बरतनी चाहिए इन सब बातों को बताया गया है। बता दें कि पाकिस्तान से तनाव के बीच साइबर हमले की भी बातें हो रही हैं।

सोशल मीडिया पर कई तरह के लिंक आदि की चर्चाएं भी आम हैं। ऐसे में आशंका इस बात की है कि दुश्मन अपने हैकर्स की मदद से सरकारी वेब सिस्टम पर हमला कर सकता है। ऐसे में डीजीपी दीपम सेठ ने एसटीएफ को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।