Learning with Ular camp

Srinagar News : स्वैच्छिक शिक्षक समूह श्रीनगर गढ़वाल द्वारा छात्रों में उनकी रूचि अनुरूप कौशलात्मक विकास कर नवीन शिक्षा नीति की संकल्पना को जीवित करने की संकल्पना को लेकर लर्निंग विथ उलार नाम से रचनात्मक बाल शिविर आज से राइंका कीर्तिनगर में शुरु हो गया।

11 से 15 आयु वर्ग के बच्चों के लिए राइंका कीर्तिनगर में शुरू हुए लर्निंग विथ उलार शिविर का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कैलाशी जाखी, गुरूद्वारा कमेटी श्रीनगर अध्यक्ष हरविंदर सिंह लक्की भाई द्वारा किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कैलाशी जाखी ने कहा कि इस तरह के कैंपों से बच्चों का स्वार्गींण विकास होने के साथ ही उन्हें प्रतिभा निखराने का मंच मिलता है।

शिविर के पहले दिन अंकित भट्ट ने थिएटर, मानसी ने कराटे व सचिंता राणा ने योग व आसन का प्रशिक्षण दिया। कुमारी संचिता राणा व साक्षी ने योग के महत्व को बताते हुए ताड़ासन, पार्श्व ताड़ासन, त्रिकोण आसन, सूर्य नमस्कार, उष्ट्र आसन, गौमुख आसान, स्कन्दआसन, पश्चिमोत्तानासन, अनुलोम विलोम, प्राणायाम की क्रियाए करवाई। वही आत्मरक्षा हेतु मानसी जोशी ने कराटे का प्रशिक्षण दिया, आज के परिवेश में विशेष रूप में आत्मरक्षा हेतु कराटे का महत्व ज्यादा है।

वही अंकित भट्ट ने बच्चों को थिएटर विधा की बारिकियो से रूबरू कराया। जिसमें बच्चों को आत्म प्रस्तुतिकरण के गुर सिखाये। कार्यशाला के प्रथम दिवस पर बच्चों को बाल रंगमंच की विधा से परिचय करवाया गया। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को संगठित रूप से कार्य करने, स्कूली पढाई और रंगमंच के बीच सामंजस्य तथा बच्चों के भीतर छिपी प्रज्ञा व प्रतिभा को मंच पर लाने की कोशिश पर काम किया गया।

आयोजन में डाक टिकट सग्रह संजय कुमार, माटी की चित्रकारी जय कृष्ण पैन्युली, काष्ट शिल्प प्रदर्शिनी अरविंद नेगी, विकास बिष्ट, फोटो प्रदर्शनी पीयूष उनियाल, पहाडी भवन प्रतिकृति रजनीश कोठियाल, मुखौटा प्रदर्शिनी दीपक भैगवाल, कागज के फूल अरूण ढौढियाल, हिमांशु स्केच व पेन्टिंग की प्रदर्शिनी भी लगाई गई है। जिसे बच्चों व अतिथियों द्वारा खूब सराहा गया।

इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य संयोजक महेश गिरी, खंड शिक्षा अधिकारी कीर्तिनगर यंशवत सिंह नेगी, गुरुद्वारा कमेटी श्रीनगर के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लक्की, शैलनट अध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा, सामाजिक कार्यकर्ता रणजीत जाखी, प्रदीप अणथ्वाल, डीसी किमोठी, जगदीश वर्धन, अंजू ध्यानी, संदीप मैठाणी, राजीव उनियाल, चैतन्य कुकरेती, माधव गैरोला सहित आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कमलेश जोशी ने किया।