पौड़ी गढ़वाल: पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड कल्जीखाल के अंतर्गत मनियारस्यूँ पट्टी में इन दिनों अज्ञात जानवर का आतंक फैला हुआ है। बीती रात अज्ञात जानवर ने इस क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में 17 से ज्यादा बकरियों को मौत के घाट उतार दिया। पहली घटना मनियारस्यूँ पट्टी के धारी गांव की है। यहाँ बीती रात अज्ञात जानवर ने काश्तकार सोहनलाल की गौशाला के अंदर घुसकर उनकी 14 बकरियों को मार डाला।
सोहन लाल ने बताया कि बीती शाम को वह बकरियों को जंगल से चारा-पत्ती खिलाकर गोशाला में बांध कर गए थे। आज सुबह जब वह बकरियों को देखने गये तो वहां सभी बकरियां मृत अवस्था में पड़ी मिली। बकरियों की गर्दन में जंगली जानवर के हमले के निशान हैं। जिस तरह से बकरियों को मारा गया है उससे आशंका जताई जा रही है कि यह अज्ञात जानकर गुलदार ही हो सकता है। यही नहीं इससे पहले भी बीती 6 जनवरी को इसी पशुपालक सोहनलाल की 12 बकरियों को इसी तरह गुलदार द्वारा मार डाला गया था। उन्होंने बताया कि पिछली बार गुलदार लकड़ी का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसा था। जिसके बाद उन्होंने गौशाला में लोहे का मजबूत दरवाजा लगवा दिया था। परन्तु इस बार गुलदार छत तोड़कर अंदर घुसा। बकरियां बेचकर ही जीवन यापन करने वाले गरीब काश्तकार को लाखों का नुकसान हुआ है।
वहीँ दूसरी घटना भी इसी क्षेत्र के ओलना गांव की है। यहाँ भी बीती 20 मई की रात को इसी तरह अज्ञात जानवर ने पशुपालक त्रिलोक सिंह की गौशाला का दरवाजा तोड़कर 3 बकरियों को मौके पर मार डाला। जबकि तीन बकरियां लापता बताई जा रही हैं। ग्राम प्रधान मोहन सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि पशु पालक त्रिलोक सिंह की बकरियों को गुलदार या अज्ञात जानवर ने बाड़े के अंदर ही मार डाला। जिस कारण वह बहुत सदमे है। बकरी पालन ही उनके परिवार की आजीविकाका एक मात्र साधन था। जिस कारण वह बहुत आहत है। ज्ञात हो कि चार रोज पहले क्षेत्र के दिउसी गांव के पास देवीदार में अर्जुन सिंह नेगी की तीन बकरियों को भी गुलदार ने अपना निवाला बनवाया था।
इन घटनाओं से पशुपालकों के साथ साथ पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। क्षेत्र के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह नेगी पूर्व डाकपाल एवं समाजिक कार्यकर्ता धीरेन्द्र सिंह रावत, समाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी, समाजिक कार्यकर्ता जसवीर रावत ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भेजा है. जिसमे पीड़ित पशुपालक को उचित मुआवजा दिए जाने और उक्त गुलदार या अन्य जो भी जानवर हो उसे जल्द से जल्द पकड़कर, क्षेत्रवासियों को इससे निजात दिलाने की मांग की गयी है।
जगमोहन डांगी