leopard killed

कोटद्वार : अभी अभी प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडई (मली) गाँव में वन विभाग पोखडा की टीम द्वारा आदमखोर गुलदार को मार गिराया गया है. बतादें कि  बीते 8 दिसम्बर पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडई गांव में अपनी माँ के साथ घर के पास गौशाला में गए 8 साल के मासूम अंकित रावत को तेंदुए ने मौत के घाट उतार दिया था। यह घटना उसी बहादुर बच्ची राखी रावत के गांव देवकुंडई की है। जिसने बड़ी बहादुरी से अपने छोटे भाई को तेंदुए के चंगुल से बचाया था।

बीते 8 दिसम्बर को देवकुंडई गांव में बलवंत सिंह रावत की पत्नी ज्योति देवी घर से कुछ दूर स्थित गोशाला में दूध दुह रही थी। उनका 8 वर्षीय बेटा अंकित गौशाला के पास ही में खेल रहा था। तभी घात लगाकर बैठे तेंदुए ने अचानक अनिकेत पर हमला कर दिया। बच्चे के चिल्लाने पर मां ज्योति देवी गोशाला से बाहर की ओर भागी और  चिल्लाने लगी। मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर तेंदुआ बच्चे को छोड़कर भाग गया, परन्तु तब तक मासूम ने दम तोड़ दिया था। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फ़ैल गई थी. तभी से वन विभाग की टीम ने वहां पिंजड़े लगाने के साथ साथ शिकारी भी तैनात कर रखे थे जो लगातार गुलदार पर नजर गढ़ाए हुए थे. देवकुंडई के ग्राम प्रधान यशपाल रावत ने बताया कि आज शाम शिकारियों को गुलदार नजर आया, जिसके बाद शिकारियों द्वारा गुलदार को मार गिराया गया. आदमखोर गुलदार के मारे जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. हालाँकि ग्रामीणों कहना कि अभी भी क्षेत्र में कई और गुलदार घूम रहे हैं.

यह भी पढ़ें:

पौड़ी गढ़वाल: 9 साल के मासूम को तेंदुए ने बनाया शिकार