Madan Kaushik becomes the new state president of Uttarakhand BJP

देहरादून : उत्‍तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने के बाद आज प्रदेश अध्यक्ष को भी बदल दिया गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी की गई है। उन्हें बंशीधर भगत की जगह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने पत्र जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि तत्काल प्रभाव से मदन कौशिक को उत्तराखंड भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के द्वारा मदन कौशिक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर मदन कौशिक को भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष बनने की बधाई दी। उन्‍होंने कहा मेरा पूर्ण विश्वास है कि मदन की कुशल नेतृत्व में पार्टी 2022 के चुनावों में सफलता अर्जित करेगी।

आज शाम को होगा मंत्रमंडल का गठन

नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल के गठन की कवायद में जुट गए हैं। वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर कैबिनेट मंत्रियों के नामों पर विचार कर सकते हैं। बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व से नाम प्राप्त होते ही मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीरथ मंत्रिमंडल का गठन आज ही होगा और कुल 11 विधायक मंत्रीपद की शपथ लेंगे। गौतम ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह शाम को होगा।

इन्हें मिल सकती है नए मंत्रिमंडल में जगह

तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि उनकी टीम में किसे जगह मिलेगी और किसका पत्ता कटेगा? क्या त्रिवेंद्र मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को तीरथ सिंह रावत अपनी टीम में शामिल करेंगे या फिर कुछ मंत्रियों का पत्ता कटेगा ? आइये देखते हैं संभावित मंत्रियों के नाम..

बदरीनाथ से विधायक महेंद्र भट्ट, खटीमा से विधायक पुष्कर सिंह धामी, यमकेश्वर से विधायक ऋतु खंडूरी, डीडीहाट विधायक से विशन सिंह चुफाल, कोटद्वार से विधायक हरक सिंह रावत और श्रीनगर से विधायक धनसिंह रावत,  कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत, नरेंद्र नगर से विधायक सुबोध उनियाल, बाजपुर से विधायक यशपाल आर्य, चौबट्टाखाल से विधायक सतपाल महाराज, हरिद्वार ग्रामीण से विधायक यतीश्वरानंद को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। इसके अलावा विकासनगर देहरादून से विधायक मुन्ना सिंह चौहान, अरविंद पांडे और रेखा आर्य का नाम भी संभावितों में शामिल है। हालाँकि नए मंत्रिमंडल में कुल 11 विधायकों को ही जगह दी जाएगी। बाकी सब कुछ बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है। जिस तरह मुख्यमंत्री चुनने के मामले में भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व ने सबको चौंका दिया, और सबके कयास धरे के धरे रह गए थे। उसको देखते हुए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में भी कुछ चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं।