पौड़ी: उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद के विकासखण्ड नैनीडाँडा के ग्राम-पीपली के लाल मेजर दिग्विजय सिंह रावत को “कीर्ति चक्र” की घोषणा से क्षेत्र में खुशी की लहर है। 27 जुलाई 1990 को जन्मे मेजर दिग्विजय ने श्रीनगर के सेंट थेरेसा से हाईस्कूल एवं केन्द्रीय विद्यालय श्रीनगर से इण्टर की परीक्षा उत्तीर्ण की। उसके बाद उन्होंने तकनीकी इंजीनियरिंग सेवा में प्रशिक्षण प्राप्त कर 8 जून 2013 को सेना में कमीशन प्राप्त करने के दो वर्ष बाद ही 21पैराशूट (स्पेशल फोर्स) ज्वाइन की।

मेजर दिग्विजय सिंह रावत ने जम्मू कश्मीर व नार्थ ईस्ट के क्षेत्रों में सेना के कई ऑपरेशन में भाग लिया। वर्तमान में मेजर दिग्विजय मणिपुर में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। मेजर दिग्विजय की अध्ययन के दौरान खेलों में विशेष रुचि रही। वे लॉन टेनिस में अण्डर-14 में स्टेट चैम्पियन भी रहे। यही नहीं मेजर रावत अध्ययन काल में विश्वविद्यालय की ओर से लॉन टेनिस में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर उप विजेता रहे।

मेजर दिग्विजय के पिताजी केन्द्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर से क्रीड़ा विभाग में कोच के पद से सेवानिवृत्त हैं। वे पर्यावरण एवं वृक्षारोपण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिये Responsible Citizen Award से सम्मानित हैं। एवं माताजी राजकीय कन्या इण्टर कालेज देवप्रयाग में सहायक अध्यापिका (अंग्रेजी) के पद पर कार्यरत हैं।

मेजर दिग्विजय की पत्नी अक्षया रावत AFMC (Armed Forces Medical College) से एम.बी.बी.एस. करने के उपरांत USA से कार्डियोलॉजी में स्पेशलाइजेशन कर रही हैं। मेजर दिग्विजय की छोटी बहिन डॉ. दिव्या रावत पेट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्व विद्यालय देहरादून में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं व Nation Builder’s Award से सम्मानित भी हैं। उनके पति MES में इन्जीनियर हैं एवं उनका Exlantory Award के लिये चयन हुआ हैं।