कई दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ों से लेकर मैदानी राज्यों तक बुरा हाल है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के कई जिले बाढ़ में डूबे हुए हैं। वहीं पहाड़ों पर मलबा दरक रहा है। चमोली जिले में रातभर से हो रही बारिश बुधवार सुबह थमी, लेकिन बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित हो गया। चमोली में पुरसाड़ी के पास बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का बड़ा हिस्सा दरक गया है जिसकी वजह से यात्रियों को रोक दिया गया है। भारी बारिश से बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे अलग-अलग जगह पर बंद हो गए हैं। वहीं जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग घोड़ा पड़ाव व यमुना मंदिर के बीच उफान पर आई नदी के कारण लोग जोखिम भरी आवाजाही कर रहे हैं।
यमुनोत्री धाम से लगे गीठ ओजरी पट्टी में रातभर भारी बारिश से यमुना नदी के साथ सहायक नदी नाले उफान पर आने से राना गांव में सड़क का पानी और मलबा लोगों के घरों में घुस गया। घरों में मलबा घुसने से ग्रामीण दहशत में रातभर बाहर रहे।
देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में 24 घंटे में भारी बारिश के आसार है। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पांच जिलों में बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहना होगा।
वहीं दूसरी ओर गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश कहर मचा रही है। महाराष्ट्र में भी मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हैं। कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। नदियां उफान पर हैं, हिंगोली में मधुमती पर बने पुल के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है। गुजरात में बारिश और बाढ़ से 24 घंटे में 7 और लोगों की मौत हो गई। अब तक यहां 69 मौतें हुई हैं। सूरत समेत 6 जिलों में रेड अलर्ट है। महाराष्ट्र के भी 5 जिलों कोल्हापुर, पालघर, नासिक, पुणे और रत्नागिरि के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के मनाली में इतनी तेज बारिश हुई कि एक बस के अंदर पानी घुस गया है।