देहरादून : उत्तराखंड में सरकारी और अशासकीय स्कूलों में कक्षा 6 से 11वीं तक की गृह परीक्षाओं को लेकर शासनादेश जारी कर दिया गया है। गृह परीक्षायें 22 अप्रैल से 25 मई के बीच होंगी। वहीँ पहली से पांचवीं कक्षा तक के छात्रों की परीक्षा नहीं होगी। वे ग्रेडिंग के आधार पर पास होंगे। सरकार ने शिक्षा विभाग को छूट दी है कि वो अपनी सुविधा के अनुसार 10वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पहले या बाद में गृह परीक्षाएं करा सकता है। हालाँकि ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले रिजल्ट जारी करना होगा। गृह परीक्षा का कार्यक्रम प्राइवेट स्कूलों पर लागू नहीं होगा। वो अपनी व्यवस्था के अनुसार परीक्षाएं करा सकते हैं। ये मानक केवल सरकारी और अशासकीय स्कूलों के लिए तैयार किए गए हैं।
शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने गृह परीक्षा के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए महानिदेशक-शिक्षा, शिक्षा निदेशक को कार्यवाही शुरू करने के आदेश दिए हैं। शिक्षा सचिव ने बताया कि पहली से पांचवीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा नहीं होगी। वे ग्रेडिंग के आधार पर पास होंगे। उनका मूल्यांकन समग्र शिक्षा अभियान द्वारा तैयार वर्कशीट के आधार पर किया जाएगा। जो छात्र स्कूल नहीं आ पा रहे हैं, उनकी ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यम से परीक्षा ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में बोर्ड परीक्षाएं चार मई से शुरू होने जा रही है।
परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र स्कूल स्तर पर ही तैयार किए जाएंगे। सरकार का कहना है कि कोरोना काल में शिक्षकों ने विपरीत परिस्थितियों में ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई कराई है। इसलिए वो ज्यादा बेहतर तरीके से मूल्यांकन का मानक बना सकते हैं। जिन स्कूलों में बोर्ड परीक्षा के केंद्र बने हुए हैं, वहां बोर्ड परीक्षा से पहले या बाद में गृह परीक्षा हो सकती है। जिन स्कूलों में केंद्र नहीं हैं, वो बोर्ड परीक्षा के दौरान ही परीक्षा करा सकेंगे। जूनियर हाईस्कूलों में परीक्षा बोर्ड परीक्षा के दौरान ही कराएंगे जाएंगे।
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