Cloud burst in Pauri garhwal village: उत्तराखंड में एक बार फिर भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से कई जगहों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गुरुवार रात को चमोली और टिहरी से लेकर पौड़ी जिले में भी भारी बारिश और बादल फटने की घटना सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक कल देर रात पौड़ी जिले में यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के कोटद्वार दुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग 534 से लगे आमसौड़ गांव के ऊपर बादल फट गया। बादल फटने के बाद आए सैलाब से कई घरों में मलवा भर गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। मलबा आने से कोटद्वार मेरठ नेशनल हाईवे बंद है। कई किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार देर रात्रि में भारी बारिश के साथ बादल फटने से आमसौड़ गांव के कई घर क्षतिग्रस्त हो गये। अनेक घरों में मलबा घुस गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए आज सुबह से विभाग मशीनों के द्वारा मलबा हटाने में लगा हुआ है।
जूनियर इंजीनियर ने बताया कि मार्ग को खुलवाने के लिए भारी मशीनों से बोल्डर हटा कर अन्यत्र फेंके जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग कोटद्वार दुगड्डा के मध्य सड़क बंद होने से जनपद पौड़ी के 15 विकास खंडों में यातायात प्रभावित बना हुआ है। कोटद्वार सिद्धबली मंदिर से लेकर आमसौड़ गांव तक 10 किलोमीटर लम्बा जाम लगा हुआ है। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को दुगड्डा वन विभाग चेक पोस्ट पर रोक दिया गया है।
केदार घाटी में भारी बरसात से मलबे में दबकर 4 की दर्दनाक मौत
रुद्रप्रयाग जिले में हो रही भारी बारिश से केदार घाटी में नुकसान हुआ है। केदार घाटी में भारी बरसात के चलते गुरुवार रात को फाटा में खाट गदेरे में चार लोगों की मलबे में दबकर दर्दनाक मौत हो गई है। भूस्खलन की वजह से से बदरीनाथ हाईवे सहित कई सड़कें भी बंद हो गईं हैं। मौसम विभाग पूर्वानुमान में भारी बारिश पर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि गुरुवार रात 1:20 am पर अत्यधिक बारिश के कारण फाटा हेलीपैड के समीप खाट गदेरे के पास 4 लोग मलबे में दब गए थे। राहत एवं बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है. मलबे में दबकर तुल बहादुर,पूरन नेपाली, किशना परिहार और दीपक बुरा की मौत हो गई है। सभी मृतक जिला दहले, आंचल करनाली, नेपाल के रहने वाले थे। भारी बारिश के बाद से अलकनंदा, मंदाकिनी सहित जिले में नदियां उफान पर हैं।
टिहरी के गेंवाली गांव में अतिवृष्टि से घरों में घुसा मलबा, खेत हुए तबाह
टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र में देर रात से हो रही बारिश से तबाही मची है। बीती रात को बूढ़ाकेदार क्षेत्र के गेंवाली गांव में अतिवृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। राहत की बात रही कि लोग सचेत थे। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। आपदा से कृषि भूमि, सिंचाई नहर, पेयजल योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। मालबा घुसने से एक स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, कई घरों और गौशालाओं को नुकसान हुआ है।
चमोली के थराली और पगनों में 25 से अधिक घरों में घुसा पानी, मंदिर और पुल बहा
चमोली जिले के थराली और पगनो में तबाही मची है। थराली में बारिश आफत बनकर बरसी। यहां प्राणमति नदी उफान पर आ गई। जिससे पिंडर नदी में संगम के पीछे झील बनने लगी। प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए सभी घर खाली करा दिए। इस दौरान नदी किनारे के करीब 25 से अधिक घरों में दो मंजिल तक पानी घुस गया। करीब आधे घंटे बाद पिंडर नदी भी उफान पर आ गई। जिसके वेग ने प्राणमति नदी द्वारा बन रही झील को तोड़ दिया, फिर इन घरों में पानी घुस गया। घरों में मलबे के ढेर लग गए। साथ ही थराली का पौराणिक शिव मंदिर भी बह गया। बेतालेश्वर मंदिर ओर सरस्वती शिशु मंदिर में पानी ओर मलबा घुस गया।
देवाल के बगड़ीगाड़ में भी अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। यहां भी कई घरों में मलबा और पानी घुसा है। उधर, एक पुल भी बह गया। बारिश से देवाल- थराली सड़क नंदकेशरी के पास पालेभ्योल में मलबा आने से बंद हो गई है। भारी बारिश के चलते पगनो गांव में भी भारी नुकसान हुआ है। बारिश के भय से ग्रामीण देर रात अपनी जान बचाकर भागे। लोगों के घरों में मलबा घुस गया है।