देहरादून: ठीक एक साल पहले आज ही के दिन (18 फरवरी 2019) को कश्मीर में जैश-एक मोहम्मद के आतंकियों के खिलाफ चलाये गए ऑपरेशन में शहीद हुए भारतीय सेना के मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी नितिका कौल ढौंडियाल अब सेना में जाने को तैयार हैं। शहीद की पत्नी निकिता ने सभी आवश्यक परीक्षाएं पास कर ली हैं। वह जल्द ही सेना में अफसर की भूमिका में नजर आएंगी।
बतादें कि बीते साल 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों द्वारा सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले के बाद सेना द्वारा आतंकियों के खिलाफ चलाये गए सर्च ऑपरेशन के दौरान उत्तराखंड (देहरादून) के दो लाल शहीद हो गए थे। पुलवामा हमले के दो दिन बाद 16 फरवरी 2019 को उत्तराखंड निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट आईडी डिफ्यूज करते वक्त शहीद हो गए थे। मेजर चित्रेश बिष्ट की 20-22 दिनों बाद शादी होनी थी, उनकी शादी के कार्ड बांटे जा चुके थे। इस दुखद खबर के दो दिन बाद ही उत्तराखंड के लिए एक और दुखद खबर आयी थी। दो दिन बाद ही 18 फरवरी 2019 को जैश-एक मोहम्मद के खिलाफ चले ऑपरेशन में उत्तराखंड (देहरादून) के रहने वाले एक और मेजर विभूति ढौंडियाल भी शहीद हो गए थे। शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की शहादत पर पूरा देहरादून शहर थम गया था। मेजर विभूति शादी के 10 महीने बाद ही देश के लिए शहीद हो गए थे।
जानकारी के मुताबिक पति की शहादत के बाद नितिका ने आर्मी ज्वाइन करने की इच्छा जताई थी। उसके बाद सेना ने उनका उत्साह बढ़ाया और मदद की। सीडीएस, एनडीए की तरह सेना में भर्ती होने की इच्छुक महिलाओं के लिए वुमेन एंट्री स्कीम (डब्ल्यूईएस) की परीक्षा होती है। शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी नितिका ढौंडियाल ने दिसंबर माह में इलाहाबाद में यह परीक्षा दी थी। वह स्क्रीनिंग टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्राउंड टेस्ट, इंटरव्यू, मेडिकल टेस्ट सहित सभी औपचारिक टेस्ट और इंटरव्यू पास कर चुकी हैं। मार्च में मेरिट लिस्ट जारी होनी है। सबको उम्मीद है कि शहीद मेजर की पत्नी जल्दी ही लेफ्टिनेंट बनकर सेना की वर्दी पहनेंगी।
मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के ढौंड गांव निवासी मेजर विभूति ढौंडियाल के पिता स्व. ओमप्रकाश ढौंडियाल की तीन बेटियां और एक बेटा विभूति था। विभूति की दोनों बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। जबकि तीसरी बहन वैष्णवी अविवाहित हैं। वह देहरादून के एक स्कूल में पढ़ाती हैं। मंगलवार को शहीद मेजर विभूति की बरसी पर उनके नेशविला रोड स्थिति आवास पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
यह भी पढ़ें:
शहीद मेजर ढोंडियाल की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, बहादुर पत्नी ने किया आखिरी सलाम