कल्जीखाल: “देवभूमि को वीरभूमि एवं सैन्यभूमि यू ही नही कहा जाता हैं। आजादी से पहले भी और आजादी के बाद भी शायद ही कोई ऐसा गांव होगा, जिस गांव के बेटे ने सेना में रहते हुए देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान नही दिया होगा। उन्हीं में से एक गाँव मनियारस्यू पट्टी के कलेथ गांव भी हैं। जो पट्टी मनियारस्यू विकासखण्ड कल्जीखाल स्थित हैं।
इस गांव के लाल शहीद मुकेश कुमार पांडे ने मात्र 25 वर्ष की आयु में प्राणों की आहुति देकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। मुकेश कुमार पांडे सिंगल कोर 5वीं माउंटेन डिवा तांगा तेजपुर आसाम में सेवारत थे। 1997 में जब तत्कालीन भारत सरकार ने पूवोत्तर से आतंकवाद समाप्त करने के लिए ऑपरेशन रक्षक अभियान चलाया था उसी दौरान 16 मार्च को आतंकवादियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही में शहीद मुकेश कुमार पांडे दो अन्य साथियों के साथ अपना सर्वोच्च बलिदान देकर देश के लिए शहीद हो गए थे।
उनकी याद में उनकी जन्मभूमि ग्राम कलेथ में शहीद मुकेश कुमार पांडे स्मारक समिति द्वारा 16 मार्च को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। शहीदी दिवस पर पूर्व सैनिक संगठन क्षेत्र सभी पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
जिन जिन गांव के सैनिकों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है उनके गांव में सरकार द्वारा शहीद की याद में मेले लगने चाहिए। इसके अलावा उन गांवों में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। तभी सैनिकों का वास्तव ने सम्मान होगा ।
समाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी