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उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगतारा बढ़ता जा रहा है। शहरों से धीरे-धीरे पहाड़ के ग्रामीणों क्षेत्रों तक पहुंचने लगा है। ऐसे में ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ-साथ कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क और सैनिटाइजर वितरण के साथ साथ कई सामाजिक संस्थाएं कोरोना संक्रमण से बचने के लिए नियमों का पालन करने के लिए भी जागरूक कर रही है।

इन संस्थाओं में मोहन काला फाउंडेशन निरंतर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए मोहन काला फाउंडेशन संचालक मोहन काला अपने कार्यकर्ताओं के साथ श्रीनगर विधानसभा के दूर-दराज को क्षेत्रों में ग्रामीणों को मास्क वितरित कर रहे है।

मोहन काला का इस बारे में कहना हैं कि उत्तराखंड में निरंतर कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। यह बीमारी अब धीरे-धीरे गांव की ओर पैर पसार रही है। ऐसे में हमने निर्णय लिया हैं कि हम अपनी फाउंडेशन के तत्ववाधान में श्रीनगर विधान सभा के गांव में गरीब एवं जरूरत मंद ग्रामीणों को अगले सात दिनों तक लगभग एक लाख मास्क वितरित करेंगे। इसी के साथ में ऑक्सीमीटर द्वारा शरीर के ऑक्सीजन के स्तर को माप जाएंगा एव थर्मामीटर गन द्वारा जनता के शरीर का तापमान भी नापा जायेगा। इसके लिए बकायदा मोहन काला फाउंडेशन अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी कर रही है। ताकि इस सुविधा का लाभ ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण ले सकें।

आपको बता दे के मोहन काला फाउंडेशन अभी तक श्रीनगर विधान सभा में लगभग 27 गांव में मास्क वितरित कर चुकी है। जिनमें कठुली, खिर्सु, चौबट्टा, सुरालू, बलोडी, सरणा, चमराडा, जाख, सुमाडी, चडिगाँव, श्रीनगर, स्वीसी, फ़रासु, श्रीकोट, डाँग एवं भक्तियाँना प्रमुख है।

मोहन काला फाउंडेशन कोरोना काल में निरंतर अपनी सेवाएं दे रही है। फिर चाहे वह लॉकडाउन में फंसे प्रवासी उत्तराखंडियों को अपने गांव भेजने की बात हो,या फिर श्रीनगर विधान सभा के दूरस्थ गांव तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की सेवा हो। मोहन काला जी पूरे कोरोनाकाल में पहाड़ वासियों को मदद करने के लिए निरंतर आगे खड़े रहे है।

आपको बता दें कि 2013 की आपदा में भी हजारों लोगों के सहारा बन मोहन काला ने आपदा पीड़ितो को आपदा से उभारा था। इसी के साथ केदार आपदा तथा उत्तरकाशी आपदा में भी मोहन काला फाउंडेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केदारनाथ की आपदा में केदार घाटी और आस-पास के लगभग 100 अनाथ बच्चों का लालन पालन के लिए मोहन काला आज भी तत्पर है। मोहन काला का कहना है इस संकट के समय में किसी को भी मास्क की ज़रूरत है या किसी अन्य मदद की आवश्यकता हो तो वह हमारे कार्यकर्ताओं से सीधे संपर्क कर सकते है।