Monsoon session of Uttarakhand Legislative Assembly

शंभू नाथ गौतम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज से सियासत में एक नए ‘अध्याय’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। ऐसे ही कांग्रेस पार्टी की ओर से पिछले महीने नियुक्त किए गए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी सत्ता पक्ष को सीधे चुनौती देते हुए नजर आएंगे। जहां एक ओर मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की सबसे बड़ी पंचायत में जोश और बुलंद इरादों के साथ कई प्रस्तावों को ‘मुहर’ लगाने के लिए तैयारी कर ली है वहीं दूसरी ओर प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस व विपक्षी विधायक सत्तारूढ़ दल के खिलाफ कई मुद्दों को लेकर ‘ताल’ ठोकने जा रहे हैं।

आज हम बात करेंगे राज्य विधानसभा में सोमवार से होने जा रहे चार दिनी मानसून सत्र की। अभी तक विधानसभा में कार्यवाही के दौरान पुष्कर सिंह धामी और प्रीतम सिंह विधायक के रूप में भाग लेते रहे हैं। लेकिन अब दोनों का ‘प्रमोशन’ हो चुका है। धामी जहां विधानसभा सदन में सत्तारूढ़ दल के सबसे बड़े ‘मुखिया’ तो प्रीतम सिंह विपक्ष के सबसे बड़े नेता के रूप में आमने-सामने होंगे। मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री धामी अनुपूरक बजट के माध्यम से अपना एजेंडा रखेंगे तो विपक्ष भी सरकार को घेरने के लिए तैयार है।

सत्र से पहले दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि भी दी जाएगी। जिनमें दो दिवंगत विधायकों इंदिरा हृदयेश व गोपाल रावत के अलावा पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी, पूर्व विधायक अंबरीष कुमार व श्रीचंद, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी का यह पहला सत्र है। वहीं प्रीतम सिंह भी नेता प्रतिपक्ष के रूप में भूमिका निभाएंगे। यहां हम आपको बता दें कि 23 से 27 अगस्त तक चलने वाला यह सत्र अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी दृष्टि से कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है। मौजूदा सरकार के अंतिम विधानसभा सत्र के चलते भारी हंगामे के आसार हैं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पिछले सत्रों की तरह इस बार भी सभामंडप का विस्तार किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए सभामंडप में 40 और प्रकाश पंत भवन स्थित कक्षा संख्या 107 में 30 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

सत्र से पहले धामी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने बैठक कर बनाई रणनीति

बता दें कि मानसून सत्र के दौरान अनुपूरक बजट में रोजगार, स्वरोजगार और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और धीमे पड़े विकास कार्यों को मुख्यमंत्री धामी रफ्तार देंगे। वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी तैयारी कर ली है। इसी सिलसिले में रविवार शाम नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने अपने विधायकों के साथ बैठक भी की। मानसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस प्रदेश में कोरोना महामारी के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव के जरिए उत्तराखंड सरकार को घेरेगी। इसके साथ ही शून्यकाल के दौरान महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की कर्ज माफी, महिला उत्पीड़न समेत कई अहम मुद्दों को भी उठाया जाएगा। ‘

कांग्रेस राज्य में भाजपा सरकार पर लगातार महामारी से न निपट पाने के आरोप लगाती रही है, विधानसभा सत्र से पहले प्रीतम सिंह ने कहा कि संक्रमित लोगों को उपचार देने के बजाए सरकार ने भगवान के भरोसे छोड़ दिया था, जिस वक्त सरकार के नुमाइंदों की जनता को सबसे ज्यादा जरूरत थी, उस वक्त वे कहीं नजर नहीं आए’। दूसरी ओर विधानसभा सत्र में चलते कई कर्मचारी व राजनीतिक संगठन भी सड़कों पर धरना-प्रदर्शन की तैयारी में है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर पुलिस ने चाक चौबंद व्यवस्था की है। इसके साथ ही सत्र के दौरान शहर का यातायात प्लान भी बदला रहेगा। पुलिस विभाग की ओर से विधानसभा के आसपास बैरिकेडिंग लगाए गए हैं।