उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंहनगर से पहली बार सांसद चुने गए अजय भट्ट केंद्र में नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में जगह पाने में सफल हुए हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में राज्य मंत्री बनाया गया है। 2014 के बाद उत्तराखंड से जो सांसद नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में रहे हैं उनमें अजय टम्टा तथा रमेश पोखरियाल निशंक के बाद अजय भट्ट तीसरे सांसद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में आज कुल 43 मंत्रियों को शामिल किया गया है। इसमें उत्तराखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और लोक सभा सांसद अजय भट्ट को भी जगह मिली है। सांसद अजय भट्ट को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज शाम ने राज्य मंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पेशे से वकील हैं अजय भट्ट शुरुआत से ही सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं। अजय भट्ट का बचपन से आरएसएस से और फिर विद्यार्थी जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ाव रहा। वे एक तेज तर्रार नेताओं में गिने जाते हैं। राज्य निर्माण आंदोलन में सांसद अजय भट्ट की सक्रिय और अहम भूमिका देखने को मिली। अजय भट्ट उत्तरांचल संघर्ष समिति के प्रमुख सदस्य भी रहे। उन्होंने वर्ष 1996 में पहली बार रानीखेत से चुनाव जीतकर उत्तर प्रदेश विधान सभा में रानीखेत क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
अजय भट्ट उत्तर प्रदेश विधान सभा में लोक लेखा समिति तथा विधान सभा की विशेषाधिकार समिति के सभापति का दायित्व भी निभा चुके हैं। 09 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश से पृथक राज्य उत्तरांचल (वर्तमान नाम उत्तराखंड) बनने के बाद भट्ट अन्तरिम सरकार में मंत्री बने। बतौर मंत्री उनका कार्यकाल शानदार रहा। 2002 से 2007 तथा 2012 से 2017 तक रानीखेत विधान सभा का पुनः प्रतिनिधित्व कर उत्तराखंड विधान सभा में रानीखेत क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 18 मई 2012 से 15 मार्च 2017 तक उत्तराखंड विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष रहे। 2015 में अजय भट्ट को नेता प्रतिपक्ष के साथ-साथ सर्व सहमति से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दोहरी जिम्मेदारी भी दी गई। अजय भट्ट 2019 में 17वीं लोकसभा में नैनीताल-ऊधमसिंहनगर वे पहली बार सांसद चुने गए। इस चुनाव में उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जैसे दिग्गज को लगभग साढ़े तीन लाख वोटों से हराया था।