श्रीनगर गढ़वाल : सुमाड़ी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) उत्तराखंड के स्थायी परिसर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने सुमाड़ी में स्थायी परिसर निर्माण की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दे दी है। एनआईटी के कुलसचिव डॉ. पीएम काला ने मंगलवार को एनआईटी सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुये बताया कि एनआईटी निर्माण से सम्बंधित कोई भी मामला अब हाईकोर्ट में नहीं है। हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित चार सदस्यीय कमेटी ने सुमाड़ी में स्थायी परिसर निर्माण पर सहमति जताई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कोर्ट के सारे विवाद निपट गये हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार ने परिसर निर्माण की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दे दी है। उन्होने कहा कि केन्द्र से एनआईटी के लिये 750 करोड़ रूपये स्वीकृत हो चुके हैं। जिसमें से करीब 672 करोड़ रुपये की लागत से सुमाड़ी में स्थाई परिसर का निर्माण कार्य करवाया जाएगा। जबकि 78 करोड रूपये श्रीनगर गढ़वाल स्थित अस्थायी परिसर के लिये हैं। श्रीनगर में एनआईटी के अस्थायी परिसर के विस्तारीकरण का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
कुल सचिव ने बताया कि एनआइटी का नया सत्र भी शुरू हो चुका है, जिसमें कुल 100 सीटों में से 96 छात्र-छात्राओं को नए सत्र में प्रवेश मिला है। छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। जुलाई तक ऑनलाइन शिक्षण कार्य होगा। जिन छात्रों को शिक्षण में लैब की जरूरत है, उनके लिए लैब भी खुली है। इस सत्र से एनआईटी पूरी रूप से श्रीनगर ही चल रहा है जयपुर से पूरा परिसर हटा दिया गया है।
सुमाड़ी एनआईटी में बनने वाली सडक, बिजली के सब स्टेशन और अन्य संबंधित निर्माण कार्यों, पेयजल आदि कार्यों के लिए राज्य सरकार ने भी धनराशि स्वीकृत कर दी गई है।