AD Scientific Index 2023: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) श्रीनगर, उत्तराखंड के प्रभारी कुलसचिव और गणित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी, दुनिया के टॉप दो प्रतिशत मोस्ट इनफ्लूंसियल वैज्ञानिक 2023 में शुमार हो गए हैं। स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय ने दुनिया के टॉप दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची जारी की है, जिनमें डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी का भी नाम है।
प्रोफेसर डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी को 200 से अधिक शोध पत्रों के आधार पर यह उपलब्धि प्राप्त हुई है। इसके अलावा डॉ. त्रिपाठी को बेस्ट मैकेनिकल एंड एयरोस्पेस इंजीनियरिंग साइंटिस्टों के तौर पर देश में 9वां स्थान मिला है। जबकि AD Scientific Index की वैज्ञानिकों की सूची में डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी राष्ट्रीय स्तर के साथ ही एशिया और विश्व स्तर पर स्थान पाने में सफल हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के माटी गांव में जन्मे डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी ने इंटर कॉलेज माटी से 72 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं उत्तीर्ण करने वाले धर्मेंद्र इस विद्यालय के टॉपर भी रहे हैं। इसके बाद उन्होंने 56 प्रतिशत अंकों के साथ इंटर, वर्ष 2002 में उदय प्रताप पीजी कॉलेज बनारस से 62 प्रतिशत अंकों के साथ बीएससी और वर्ष 2004 में बनारस हिंदू युनिवर्सिटी (BHU) से 63 प्रतिशत अंकों के साथ एमएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2009 में धर्मेंद्र ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बीएचयू के प्रो. संजय कुमार पांडे के निर्देशन में Applied Mathematics (Mathematical Modelling of Physiological flows) में PhD की। शोध के माध्यम से उन्होंने बताया कि गणितीय आकलन से किसी समस्या के निदान तक पहुंचने के लिए फिजिकल पैरामीटर किस प्रकार सहायक होते हैं।
डॉ. त्रिपाठी की पहली तैनाती बिट्स पिलानी के हैदराबाद कैंपस में हुई थी। उसके बाद उन्होंने आईआईटी रोपड़ पंजाब और एनआईटी दिल्ली में भी सेवाएं दी। उन्हें एनआईटी उत्तराखंड में गणित विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर वर्ष 2018 में तैनाती मिली थी। इसके बाद से वह लगातार एनआईटी उत्तराखंड में सेवाएं दे रहे हैं।
प्रोफेसर डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जनरलों में 200 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इन शोधों के आधार पर उन्होंने स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय की दुनिया के टॉप 2 फीसदी मोस्ट इनफ्लूंसियल वैज्ञानिक-2023 की सूची में स्थान पाया है। प्रोफेसर डॉ. धमेंद्र त्रिपाठी मूल रूप से माटी गांव बनारस उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रो. ललित अवस्थी सहित एनआईटी के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों, डीन, छात्र-छात्राओं, शिक्षको व कार्मिकों ने डॉ. त्रिपाठी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है।