No road no vote people of Riksal village boycotted the election

पौड़ी: देश को आजाद हुए करीब 75 साल हो चुके हैं, जबकि अलग उत्तराखंड राज्य बने हुए भी 21 साल से ज्यादा समय हो चुका हैं। परन्तु अभी भी उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में कई ऐसे गाँव हैं जहाँ ग्रामीणों को सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में दिन गुजारने पड रहे हैं। ऐसे ही एक गाँव पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण ब्लॉक के अंतर्गत पट्टी चौथान का ग्राम तली रिक्साल है। जहाँ आज तक सड़क नहीं पहुँच पायी है। जिसके चलते नाराज ग्रामीणों द्वारा इस बार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि देश को आजाद हुए 75 साल हो गए हैं परन्तु हमारे गाँव में अब तक सड़क नहीं आ पाई है। इसलिए जब तक उनके गाँव तल्ली रिक्साला में रोड नहीं आएगी, तब तक वे “रोड नहीं तो वोट नहीं” के नारे के साथ चुनाव का बहिष्कार करते रहेंगे।

समाजसेवी हरिदत्त ममगाई ने बताया कि ग्राम सभा रिक्साल, मल्ली रिक्साल एवं छब्बर खाल में रोड है, फिर हमारे साथ ही सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। जहां प्रशासन, क्षेत्रीय विधायक, सांसद सभी को लम्बे समय से सड़क बनाने के लिए गुहार लगाई जा रही है। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है, जिसके चलते ग्राम वासियों में बहुत रोष है।

उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले ही प्रशासन को चिट्ठी लिखकर सूचित किया गया था और काफी सालों से प्रशासन के पास गुहार लगाई जा रही है कि जब तक गाँव में रोड़ नहीं आ जाती है तब तक ग्रामीण वोट नहीं देंगे।