jagmohan-dangi

पहाड़ के जीवन परिवेश से लेखन और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई ऐसे नाम जुड़े हैं। जिन्होंने ताउम्र अपनी कलम के माध्यम से ईमानदारी के साथ ऐसे जीवन को उकेरा है। जो वास्तव में पहाड़ जैसे तटस्थ है। जो तमाम आपदा-विपदाओं के बाद भी अपने मार्ग से हटता नहीं बल्कि संघर्षों के मायने तलाशते हुए आगे बढ़ जाते है।

पहाड़ के परिपेक्ष में यदि बात की जाए तो आज ग्रामीण प्रवेश में पत्रकारिता के क्षेत्र से कई ऐसे नाम जुड़े हैं। जो पहाड़ के जनमानस की आवाज़ बन उस आवाज़ के लिए संघर्ष ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि पहाड़ की माटी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी समस्याओं को सत्ता के गलियारों से लेकर उन्हें हल करने वाले शासन-प्रशासन की दहलीज़ तक पूरी मज़बूती के साथ पहुँचाते भी है।

इसी लीक से जुड़ा नाम है ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी का, जो पहाड़ की विचारधारा को जानते-समझते हुए पहाड़ के लोगों की आवाज़ को पूरी तटस्थता के साथ उकेरते हुए उनके लिए लड़ते भी है। इसीलिए उन्हें ग्रामीण पत्रकार के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपने जीवन को संघर्षों के साथ जिया हैं और जी भी रहे है। वह गिर कर संभलने में विश्वास रखते हैं और संघर्षों को खुद का साथी।

19 जुलाई 1971 को पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक के अंतर्गत डांगी गाँव में जन्मे जगमोहन डांगी ने अपने गाँव का नाम रोशन करने के लिए अपने नाम के साथ डांगी जोड़ा है। जगमोहन डांगी को राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित और निर्भीक पत्रकारिता के लिए उत्तर भारत श्रमजीवी पत्रकार परिषद की तरफ से कोरोना योद्धा सम्मान पत्र से नवाजा गया है। इसी के साथ डांगी जी को पत्रकारिता के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए कई सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। गढ़वाली पाक्षिक पत्र छुयांल एवं हिमालयन न्यूज से पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले जगमोहन डांगी, लाईस बिल्डिंग, हिंदी भारत देश हमारा, जयंत समाचार, व्हाइस ऑफ़ माउंटेन और तमाम पत्र-पत्रिकाओं/चैनलों में सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में जगमोहन डांगी उत्तराखंड के अग्रणी न्यूज़पोर्टल देवभूमि संवाद से जुड़े हैं और देवभूमि संवाद के माध्यम से अपने क्षेत्र की समस्याओं को उजागर कर शासन/प्रशासन तक पहुंचा रहे हैं ।

पत्रकारिता के अलावा सामाजिक पटल पर भी जगमोहन डांगी की उपस्थिति हमेशा से अग्रणीय रही हैं। गरीब, पिछड़ा, असहाय, दिव्यांग, बृद्ध जनों की सेवा के लिए समर्पित 20 सालों से स्वयं दिव्यांग अस्वस्थ शारीरिक दुर्बल होने के बावजूद भी डांगी हर समय सामाजिक हितों के लिए तत्पर रहते है। समाजिक संस्था युवा संगठन समिति का गठन कर डांगी क्षेत्र में संस्था के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के हितों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कर रहे है।

अपने क्षेत्र में विभिन समाजिक संस्थाओं के अध्यक्ष/ मीडिया प्रभारी के अलावा सहकारी साधन समिति के कई सालों से अध्यक्ष हैं, जिसके माध्यम से डांगी पहाड़ के सामाजिक पटल पर सेवा भाव का नया अध्याय लिख रहे है। पौड़ी गढ़वाल की मनियाँरस्यू पट्टी के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, पानी और आमजन के जीवन से जुड़ी छोटे-छोटे मुद्दों की आवाज़ बन उनके लिए लड़ता एक सशक्त नाम है जगमोहन डांगी, देवभूमि संवाद कलम के इस सिपाही के उज्वल भविष्य की कामना करता है।