पौड़ी गढ़वाल: देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शनिवार को अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचकर अपनी कुलदेवी बालकुमारी का आर्शीवाद लिया। मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले अजीत डोभाल अपने एक दिवसीय दौरे पर कुलदेवी पूजन हेतु अपने पैतृक गांव पहुंचे। जहाँ उन्होंने गाँव वासियों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने गाँव में सभी से गढ़वाली भाषा में बात की। इस दौरान वे पहाड़ी टोपी, कुर्ता-पयजामा पहने हुए थे। उन्होंने कुलदेवी के मंदिर सौंदर्यीकरण के लिए डेढ़ लाख रुपये की भेंट भी दी। यह दूसरा मौका था जबकि एनएसए के रूप में वह अपनी कुल देवी बाल कुंवारी की पूजा करने पहुंचे। इससे पूर्व वह 2014 में भी कुल देवी की पूजा अर्चना को आए थे।
शनिवार सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पौड़ी से सपरिवार अपने पैतृक गांव घीड़ी के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और बेटा भी थे। घीड़ी गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर उनका जोरदार स्वागत किया। सबसे पहले वे अपनी कुलदेवी बालकुमारी मंदिर पहुंचे। जहां वे सपरिवार कुलदेवी की वार्षिक पूजा में एक घण्टे तक शामिल हुए। उन्होंने करीब एक घंटे तक परिवार के सदस्यों के साथ कुलदेवी बाल कुंवारी की पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद वह ग्रामीणों से भी मिले और उनके हालचाल भी पूछे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
इस अवसर पर एसडीएम सदर योगेश सिंह, सीओ सदर अनिल कुमार जोशी, एनएसए के पत्नी अरुणा डोभाल, पुत्र विवेक डोभाल, ओम प्रकाश जुगरान, महावीर नेगी, दामोदर प्रसाद डोभाल, जया प्रसाद कुकरेती, सुरेश चंद्र, सावित्री देवी, नीरज डोभाल, शकुंतला देवी आदि मौजूद रहे।