पौड़ी: नगर पालिका पौड़ी के कूड़ा निस्तारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा माण्डाखाल और गोडख्याखाल खिर्सू मोटर मार्ग पर भूमि तलाश की गई है। यहां पर कूड़ा निस्तारण के लिए डंपिंग जोन बनाया जाना है। इस क्षेत्र में डंपिंग जोन बनाए जाने को लेकर पाबौ ब्लॉक के कई गांवों के ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर दूसरे क्षेत्र का कूड़ा उनके क्षेत्र में डाला जाएगा, तो वे इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
विकासखंड पाबौ के ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष अनिल कुमार तथा उपाध्यक्ष राजेन्द्र थपलियाल द्वारा स्थानीय ग्रामीणों की ओर से जिलाधिकारी पौड़ी, कमिश्नर गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी, स्थानीय विधायक कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर माण्डाखाल और गोडख्याखाल खिर्सू मोटर मार्ग के मध्य कूड़ा निस्तारण केन्द्र बनाने जाने का विरोध जताया है। तथा इसे निरस्त करने की मांग की है।
ग्राम प्रधान संगठन पाबौ की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा है कि समस्त क्षेत्रवासियों को जानकारी मिली है कि नगरपालिका पौडी माण्डाखाल और गोडख्याखाल खिर्सू मोटर मार्ग के मध्य कूड़ा निस्तारण केन्द्र बनाने के लिए वन विभाग पौडी द्वारा नगरपलिका को अनुमति दे दी गई है। जिसमे सैकड़ों पेड़ कटेंगे। एक तरफ जहाँ सरकार माँ के नाम एक पेड़ लगाने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर वन विभाग सदियों पुराना बसा बसाया वनो को काटने की अनुमति प्रदान कर रहा है जो कि एक बहुत ही चिताजनक है। जिसका कि प्रधान संगठन पाबौ एवं समस्त क्षेत्रवासी इसकी घोर निदा करते है।
प्रधान संगठन पाबौ का कहना है कि वन क्षेत्र भले ही आरक्षित वन क्षेत्र है किन्तु पाबौ विकास खण्ड के एक दर्जन गांवों में इस क्षेत्र से पेयजल की आपूर्ति होती है जिसमें ग्राम ग्वाड़ीगाड़, सरणा, पलिगांव, कुलभौरी, छानी, चोपड़ियूँ, पीपलधार, कमेड़ी, कोटली, कोटा के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबौ आदि सम्मिलित हैं। कूड़ा निस्तारण केन्द्र बनने से जहाँ वनों के कटने से पेयजल स्रोत प्रभावित व दूषित होने से उपरोक्त गांवों के लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पडेगा और जानलेवा बिमारिया उत्पन्न होगी इसको मध्य नजर रखते हुए समस्त जनप्रतिनिधियो एवं क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोश है।
पूर्व में भी नगरपालिका पौड़ी द्वारा चयनित वन भूमि में ही विकास खण्ड पाबौ के जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रीय जनता के साथ इसी सम्बन्ध में एक बैठक की गई थी। जिसमें नगरपालिका अध्यक्ष, अधिकारी, वन विभाग के अधिकारी, एन०जी०टी० के अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों को यह कहकर आश्वस्त कि था कि जब तक क्षेत्रवासियों की सहमति नही मिलती तब तक नगरपालिका कूड़ा निस्तारण केन्द्र नहीं बना सकती है और ना ही एन०जी०टी० तब तक इसकी अनुमति देगा। लेकिन जब से क्षेत्रीय जनता को यह जानकारी मिली है कि वन विभाग और एन०जी०टी० ने कूड़ा निस्तारण केन्द्र बनाने की अनुमति दे दी है लोगों में भारी आक्रोश है।
प्रधान संगठन पाबौ अनुरोध करता है कि क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जाये और क्षेत्रीय जनता की समस्याओ को मध्यनजर रखते ही कूड़ा निस्तारण केन्द्र नगर पलिका क्षेत्र पौडी के अन्तर्गत ही बनवाने हेतु आदेशित किया जाय। क्योकि जिस स्थान को नगर पालिका द्वारा कूड़ा निस्तारण के लिए चयनित किया गया है वह क्षेत्र नगर पालिका क्षेत्र में नही आता वह विकास खण्ड पाबौ के अन्तर्गत आता है साथ ही पर्यटन नगरी खिर्सू क्षेत्र से लगा हुआ है जहाँ रोज पर्यटनों का आना जाना लगा रहता है।
कहा कि यदि क्षेत्रीय जनता की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो क्षेत्रवासी उग्र आन्दोलन करने को मजबूर हो जायेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।