श्रीनगर गढ़वाल: राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी विकास खन्ड खिर्सू जनपद पौडी गढवाल मे हिन्दी अध्यापक तथा नशा उन्मूलन प्रभारी के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला द्वारा जयदयाल अग्रवाल संस्कृत महा विद्यालय के सभागार में नशा उन्मूलन के सन्दर्भ मे कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य जगदीश प्रसाद सकलानी द्वारा की गई. करिक्रम में मुख्य अतिथि होटल मैनेज मैन्ट के निदेशक डॉ. जतिन्द्र धीर तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व महा मन्डलीय महामन्त्री शिक्षक संघ के नेता शिव सिह नेगी रहे। कार्यशाला का आयोजन दो चरणो मे किया गया। प्रथम चरण में नशा उन्मूलन के विषय पर चर्चा और परिचर्चा हुई ।द्वितीय चरण में शिक्षा पर्यावरण नशा उन्मूलन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले दो शिक्षको को आदर्श शिक्षक के सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्य क्रम की शुरूवात मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके संस्कृत महा विद्यालय के छात्रो द्वारा स्वस्ति वाचन की मन मोहक प्रस्तूति के साथ की गयी। मुख्य अतिथि जतिन्द्र धीर ने कहा आज का युवा क्या गलत है। क्या सही है। इसका सही निर्णय नही ले पा रहा है। जिसके फलस्वरूप अपनी असीम ऊर्जा नशे की लत मे पडने के कारण बरबाद कर रहा है। नशा उन्मूलन के सन्दर्भ मे नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला द्वारा कार्यशालाये आयोजित करके सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। जो कि स्वागत योग्य कदम है। शिक्षक स॓घ के नेता श्री शिव सिह नेगी ने कहा चमोला अपने अध्यापन कार्य के अतिरिक्त समाज मे नशे से होने वाले दुष्प्रभावों से आम जन मानस को जोडकर उन्हें अच्छे मार्ग की ओर चलने का जो प्रयास कर रहे हैं,वह उत्कृष्ट और सराहनीय प्रयास है। कार्य क्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य जगदीश प्रसाद सकलानी ने कहा नशा प्रगति मार्ग मे सबसे बडा बाधक है। नशा का सेवन करने से सम्पूर्ण जीवन का नाश हो जाता है। नशा का सेवन करने से हीनता की भावना आ जाती है। नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला ने कहा नशे का सेवन करने वाला व्यक्ति पराधीन हो जाता है। बिना नशा किये हुये कुछ भी नही कर सकता है। घर परिवार के प्रति उसका व्यवहार अच्छा नही रहता है। घर मे हर रोज झगडे होते रहते हैं। मेरा प्रयास नशा मुक्त उत्तराखन्ड बनाना है। द्वितीय चरण में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमे पर्यावरण, शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो शिक्षको को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह मे नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला ने कहा शिक्षक समाज का दर्पण है।शिक्षक का उद्देश्य केवल अध्यापन कार्य करना ही नही अपितु समाज मे नई जागृति लाना भी है। मेरा प्रयास है कि नशा उन्मूलन के साथ ही समाज के बिभिन्न क्षेत्रो मे कार्य करने वाले शिक्षको की खोज करके उन्हें सम्मानित करना है ।ताकि अन्य शिक्षक भी उनसे प्रेरणा ले सके। इस क्रम मे जनपद रूद्रप्रयाग के रा. प्र्राथमिक विद्यालय मे कार्यरत सत्येन्द्र भन्डारी तथा रा.इ.का. मन्जाकोट चौरास मे प्रवक्ता के पद पर कार्यरत डॉ. अशोक कुमा, वडोनी को आदर्श शिक्षक के सम्मान से सम्मानित किया। इन शिक्षको को नशा उन्मूलश प्रभारी की ओर से शौल स्मृति चिन्ह प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सभी वक्ताओ ने चमोला द्वारा चलाई जा रही अनूठि मुहिम का स्वागत योग्य कदम बताते हुये नशा उन्मूलन तथा शिक्षा के क्षेत्र मे अनुकरणीय पहल बताया। इस अबसर पर छात्रो को प्रेरणा दायिनी साहित्य भी वितरित किया गया। कार्य क्रम का संचालन आंग्ल भाषा के प्रवक्ता सुनील फोन्दणी ने किया।