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Uttarakhand Education Board: उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं कक्षा के गणित पेपर में दो प्रश्न सिलेबस से बाहर से आने का मामला बोर्ड तक पहुंच गया है। गणित के शिक्षकों के साथ ही छात्र/छात्राओं ने भी ज्ञापन के माध्यम से बोर्ड को इस बारे में सूचित कर बोनस अंक की मांग की है।

गौरतलब है कि बीते सोमवार (04 मार्च) को हुए उत्तराखंड बोर्ड की कक्षा 12 वीं के गणित के प्रश्नपत्र में सात अंक के दो ऐसे सवाल पूछे गए थे, जो कि सिलेबस हटा दिए गए हैं।इससे छात्र/छात्राओं और अभिभावकों में खासी नाराजगी है। परीक्षार्थियों के बताया कि गणित के प्रश्न पत्र में प्रश्न 12 और 21 सिलेबस से बाहर के आए थे। ये प्रश्न हमें पढ़ाए नहीं गए हैं और वह सिलेबस से भी हटाए गए हैं, क्योंकि इस बार एनसीईआरटी द्वारा सिलेबस में काफी कटिंग की गई है। जिसके आधार पर जो प्रश्न आए हैं, वह सिलेबस में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र में 7 नंबर के ऐसे सवाल पूछे गए थे, जो कि सिलेबस से बाहर के थे।

राज्य भर के गणित शिक्षकों ने सोमवार को ही इस पर अपनी प्रतिक्रया देने शुरू कर दी थी। शिक्षकों ने राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान और अन्य पदाधिकारियों के सम्मुख ये मामला रखा।

इस सम्बंध में मंगलवार को राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड तथा उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा अपने अपने माध्यम से इस पर संज्ञान लेते हुए सचिव उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद् रामनगर (नैनीताल) को ज्ञापन दिया है। उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष स्वतंत्र कुमार मिश्रा तथा राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड की ओर से पूर्व मंडलीय मंत्री नवेन्दु मठपाल द्वारा शिक्षा सचिव को अलग-अलग ज्ञापन देकर अनुरोध किया है कि इस बावत तत्काल जांच करवाई जाए, यदि जांच के उपरान्त पाया जाता कि उपरोक्त दो प्रश्न जो कि 7 अंक के है पाठ्यकम से इतर है तो गणित के प्रश्नपत्र के प्रतिभागी सभी बच्चों को 7 अंक का बोनस प्रदान किया जाएं।

इसके अलावा गणित के छात्र/छात्राओं ने भी बोर्ड के सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में आउट आफ सिलेबस प्रश्न से हुई परेशानी का जिक्र करते हुए बोनस अंक के मांग की गई है। वहीँ अभिभावकों ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मामले को शासन तक पहुंचा दिया है।

इस पर बोर्ड के अधिकारियों ने शिक्षकों को मामले की जांच कराने की बात कही। साथ ही भरोसा दिया कि छात्र/छात्राओं को अहित नहीं होने दिया जाएगा।

शिक्षक राजेश चमोली की जागरूकता से सामने आया मामला

आउट ऑफ सिलेबस सवाल का मामला सुभाष इंटर कॉलेज, थौलधार के गणित प्रवक्ता राजेश चमोली की जागरूकता से आगे आ सका। दरअसल, स्कूल के गणित के 12 वीं के छात्र/छात्राओं ने परीक्षा के बाद उनके सम्मुख ये मामला रखा। चमोली ने प्रश्न पत्र देखा तो बात में सत्यता दिखी। उन्होंने सिलेबस चेक किया और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद मामले को उठाया। गणित प्रवक्ता राजेश चमोली ने तथ्यों और प्रमाण के साथ मामले को सक्षम स्तर तक पहुंचाया। इस तरह से चमोली की जागरूकता से ये मामला सामने आया और अब बोर्ड के अधिकारियों तक पहुंच चुका है।