Pension Samagam rally

श्रीनगरगढ़वाल: पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन द्वारा रविवार को श्रीनगर गढ़वाल के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में पेंशन समागम रैली आयोजित की गई. रैली को सम्बोधित करते हुये पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार देशबंधु ने कहा कि हमें पुरानी पेंशन तब ही मिल सकती है जब हम एकता के साथ आन्दोलन को आगे बढायेंगें। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि यदि पुरानी पेंशन बहाल नहीं हुई तो सरकार को पेंशन को लेकर विद्रोह का समाना करना पडेगा।

उन्होंने कहा कि अर्द्वसैनिक बलों की पेंशन तत्काल बाहल की जाय। सैनिक सीमा पर देशे के लिए लडाई लड रहा है और उसको पेंशन भी नहीं दी जा रही है यह कैसा राष्ट्रवाद है। देशबंधु ने कहा कि हमें अपनी हैसियत को समझना होगा। यदि हम एक होकर लडाई लडेगें तो जीत अवश्य होगी। पहले कहा जाता था कि पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो सकती है, पर पुरानी पेंशन बहाली का कार्य राजस्थान से शुरू हो कर अन्य राज्यों में भी शुरू हो गया है।

उन्होने स्पष्ट कहा कि वोट उसी को दो जो पुरानी पेंशन बहाली की बात करता हो। पांच राज्यों के चुनाव में हमारे लिए काफी अह्म है। इसलिये वोट उसी को देना होगा जो हमारी बात करेगा। उन्होंने कहा कि किसान बिल की तरह सरकार को पुरानी पेशन बहाल करनी होगी।

रामलीला मैदान से सभा समाप्त होने पर रामलीला मैदान से ऋशिकेश बस अड्डे तक एक रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र फरस्वाण द्वारा किया गया।

समागम रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु  व राष्ट्रीय महासचिव स्थित प्रयज्ञा, प्रदेश अध्यक्ष जीतमणी पैन्यूली, प्रदेश महासचिव मुकेश रतुडी, मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा व सचिव देवेंद्र फर्सवाण, जिला अध्यक्ष पौड़ी, सुरजीत रावत, महासचिव जदली, रा शि संघ पौड़ी के बलराज गुंसाई, राजेन्द्र रावत, जय प्रकाश डिमरी, शांतनू शर्मा, मनोज नेगी, सोभन सिंह रावत, सुनील लखेडा, राकेश जोशी, किशोर सजवाण, प्रभाकर बाबुलकर, रा प्रा शि संघ ब्लॉक खिर्सू अध्यक्ष  रेखा नेगी, ललित भट्ट, मनोज जुगराण,  रा जू हाई शि संघ जिला मंत्री मुकेश काला,  पीएल आर्य, शंकर कैन्थोला, राकेश मोहन कण्डारी, महेंद्र नेगी, महेश गिरी, परमल लिगवाल, शरद लिंगवाल, प्रेम सिंह उछोली, जगपाल चौहान, प्रवीण बिष्ट, शिवानी कठैत, अनिता रावत, रेखा रावत, पूनम रतूड़ी, प्रदीप कुमार, राकेश आर्य, विजय चौहान आदि समेत सहित बडी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।