नोएडा महाकौथिग : नोएडा स्टेडियम में चल रहे तीन दिवसीय उत्तराखंड महाकौथिग मेले का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सफल समापन हो गया। पहली बार नोएडा में आयोजित 11वें महाकौथिग मेले के अंतिम दिन आज यहाँ प्रवासी उत्तराखंडियों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार की छुट्टी के चलते आज सुबह से मेले में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। और शाम होते होते पूरा नोएडा स्टेडियम एक जन सैलाब में बदल गया। दर्शकों से खचाखच भरे आयोजन स्थल के अलावा स्टेडियम में जगह-जगह लोग ग्रुप बनाकर बड़ी संख्या में नाचते हुए नजर आये। इस दौरान लोगों ने मेले में लगे पहाड़ी उत्पादों के स्टालों पर जमकर खरीददारी की।
महाकौथिग के तीसरे दिन का शुभारंभ रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम के साथ बाबा केदारनाथ के आह्वाहन से हुआ। इस दौरान लोक गीतों के माध्यम से उत्तराखंड के वीर शहीदों को याद किया गया।
उसके बाद सीमा पवाँर (द राइजिंग स्टार), उत्तराखंड पब्लिक स्कूल, पर्वतीय कला संगम, आशा बिष्ट, यामिनी रावत आदि ग्रुप के बच्चो द्वारा उत्तराखण्डी गीतों पर खूबसूरत नृत्य की प्रस्तुतियां पेश की गई। सुबह के सत्र मे सभी बच्चों को प्रोत्साहन रूप मे सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।
शाम के सत्र का शुभारंभ उत्तराखंड की बेटी पंखुड़ी पाठक द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जिसके बाद उत्तराखंड की स्वर कोकिला कल्पना चौहान, युवा लोक गायक रोहित चौहान, हेमा भेसोड़ा ने अपने सुपरहिट गीतों से समा बांध दिया। इस दौरान रोहित चौहान के गीतों कुर्ती कॉलर मा… तथा घन सिंह की गाड़ी चली चम्बा बाजारा… ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन द्वारा महाकौथिग में कोविड प्रोटकॉल रोको-टोको अभियान
मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के मीडिया प्रभारी हरीश असवाल ने बताया है कि महाकौथिग में कोविड प्रोटकॉल रोको टोको अभियान मेला प्रारंभ से अंत तक लगातार जारी रहा। मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन द्वारा तीनों दिन मास्क वितरण, सैनीटाइज़र तथा फ़्री कोविड वैक्सिनेशन जारी रखने पर महाकौथिग की टीम एवं दर्शकग़णों ने संगठन का धन्यवाद कर भविष्य में नेक कार्य को जारी रखने की अपील की है। कार्यक्रम समापन से पूर्व महाकौथिग की टीम द्वारा संगठन का भव्य स्वागत किया।
महाकौथिग में पहाड़ी उत्पादों, आभूषणों एवं पोशाकों के अलावा पहाड़ी खानपान के भी दर्जनों स्टाल लगे हुए थे। खानपान का मुख्य आकर्षण “खुगशाल जी की रस्याण” था। जहाँ झंगोरे की खीर, ताजा ताजा अरसे, गहत और तोर की भरी रोटी, मंडवे की रोटी, झंगोरा, घर्या चावल का भात, तोर की दाल सहित कई ठेठ पहाड़ी व्यंजनों का लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया। ‘खुगशाल कैटर्स’ के मालिक राजेश खुगशाल ने बताया कि “खुगशाल जी की रस्याण” का एक छोटा सा पार्ट उन्होंने इस मेले में लगाया है। “खुगशाल जी की रस्याण” के अंतर्गत वे उत्तराखंड के लगभग सभी प्रकार के व्यंजन बनाते हैं।
कार्यक्रम के समापन पर पर्वतीय सास्कृतिक संस्था के संस्थापक राजेन्द्र चौहान ने सभी आगंतुकों, कलाकारों, संगीतज्ञों, मीडियाकर्मियों, तथा कार्यक्रम आयोजन के सभी सहयोगियों व पत्रकार बंधुओं का आभार व्यक्त किया।
आज के कार्यक्रम मे मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान, स्वरकोकिला कल्पना चौहान, आदित्य घिल्डियाल, अध्यक्ष नरेंद्र बिष्ट, महासचिव सौरभ धस्माना, कार्यक्रम संयोजिका इंदिरा, हरीश असवाल, केवल लखेड़ा, दिनेश लखेड़ा, सुबोध थपलियाल, सुनीता बिष्ट, बीपी जुयाल, सुनीता, चंदन, प्रदीप, आशीष रावत, पूर्णिमा पोखरियाल, मंच संचालक राखी धनाई, मीडिया प्रभारी रजनी जोशी ढौंडियाल, बलराज, डीएस रावत, कैप्टन वाइएस रावत, माया जोशी, पार्वती रावत सहित समस्त महाकौथिग कार्यकारणी के अलावा उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष जेपीएस रावत, डीएसनेगी, सुबोध नेगी, बच्ची राम रतूड़ी, सत्येन्द्र नेगी आदि मौजूद रहे। इस मौके पर तीन दिनों से लगातार महाकौथिग की रिपोर्टिंग कर रहे मीडिया जगत के पत्रकारों को सम्मानित किया गया।