लॉकडाउन के चलते दिल्ली में फंसे उत्तराखंड के लोग ट्रेनों के माध्यम से अपने घर वापस आ सकेंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अनुरोध पर दिल्ली में रह रहे प्रवासी लोगों को उत्तराखण्ड वापस लाने के लिए रेल उपलब्ध कराने हेतु रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सहमति दी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस संबंध में बात हुई है। उन्होंने रेल मंत्री से अनुरोध किया कि दिल्ली में 40 हजार के करीब उत्तराखण्ड के प्रवासी उत्तराखण्ड वापस आना चाहते हैं। रेल मंत्री ने विशेष अनुरोध को स्वीकर करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपना प्लान बनाकर दे, तद्नुसार रेल उपलब्ध करवा दी जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा दो स्थान पर रेल रोके जाने के अनुरोध को भी रेल मंत्री ने स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजीकरण कराने वाले प्रवासियों को लाने के लिए राज्य सरकार मेडिकल नार्म का पालन सुनिश्चित करते हुए हर सम्भव प्रयास कर रही है। प्रवासियों को रेल व बस से लाने पर होने वाले व्यय का भार, राज्य सरकार वहन कर रही है।
बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने का ऑनलाइन पंजीकरण -1,79,615
उत्तराखंड में एक जिले से दूसरे जिले में जाने वालों की संख्या -34,886
उत्तराखंड से अन्य राज्यों को जाने वालों का पंजीकरण – 21717
कहां से कितने पंजीकरण
दिल्ली से उत्तराखंड आने के इच्छुक 40,000
यूपी से उत्तराखंड आने के इच्छुक 30,000
महाराष्ट्र से उत्तराखंड आने के इच्छुक 20,000
हरियाणा से उत्तराखंड आने के इच्छुक 20,000
अब तक उतराखंड वापस आये
हरियाणा से 11,482
चंडीगढ़ से 4,838
उत्तर प्रदेश से 3,526
राजस्थान से 2,409
दिल्ली से 482
पंजाब से 327
गुजरात से 319
अन्य राज्यों से 411
कुल वापस लाये गए 23,794
कुल राज्य से बाहर भेजे गए 6,378
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